मरीजों को खून चढ़ाने के लिए परिजनों से खून लेने के बाद कॉम्पोनेंट के लिए जो प्रोसेसिंग फीस 400 से 850 रुपए तक लिया जाता था, वह पहली जनवरी 2020 से फ्री कर दिया जाएगा। केंद्र सरकार ने इसके लिए बीएचयू को पहली किश्त के रूप में 75 लाख रुपए दिए हैं।
(File Photo - बीएचयू अस्पताल)
नए साल में इलाज के लिए पूर्वी उत्तर प्रदेश के बिहार, झारखंड, उड़ीसा,छत्तीसगढ़, मध्य प्रदेश के साथ नेपाल से आने वाले हजारों मरीज को केंद्र सरकार की तरफ से बड़ी सौगात मिलने जा रही है। नैशनल हेल्थ मिशन के तहत बीएचयू अस्पताल के सर सुंदरलाल अस्पताल एवं ट्रॉमा सेंटर में भर्ती होने वाले मरीजों को मुफ्त में रक्त मिल सकेगा. बीएचयू अस्पताल के चिकित्सा अधीक्षक प्रफेसर शरद कुमार माथुर तथा ट्रामा सेंटर के प्रफेसर इंचार्ज संजीव कुमार गुप्ता ने बताया कि 31 दिसंबर की मध्यरात्रि से यह सुविधा चालू हो जाएगी।
बीएचयू में अभी ब्लड का 850 रुपए और प्लेटलेट्स के लिए 400 रुपए की फीस लगती है। बीएचयू अस्पताल का ब्लडबैंक फोर्थ जेनरेशन एलाइजा टेस्टिंग किट से ब्लड की जांच के साथ ब्लड डोनर का एंटीबॉडी स्क्रीनिंग भी करता है। 2020 में प्रवेश करते ही अब बीएचयू अस्पताल एवं ट्रॉमा सेंटर में भर्ती मरीजों को ब्लड प्रोसेसिंग चार्ज फ्री की सुविधा मिलने लगेगी। नैशनल हेल्थ मिशन के सहयोग से एक जनवरी से लागू हो रही इस सहूलियत का प्रतिमाह तीन हजार से ज्यादा मरीजों को लाभ मिलेगा। वर्तमान रक्त एवं कॉम्पोनेंट की आवश्यकता को मुफ्त करने के लिए हर माह लगभग 20 लाख रुपए का खर्च आएगा। बीएचयू अस्पताल और ट्रामा सेंटर में भर्ती मरीजों के लिए लगभग 27 हजार ब्लड यूनिट और कॉम्पोनेंट की जरूरत पड़ती है।