जम्मू कश्मीर - कड़ाके की ठंड में जमे पर्यटक, चारों तरफ बर्फ ही बर्फ

दिल्ली में इन 2 दिनों के लिए रेड वार्निंग जारी, इस तारीख तक नहीं मिलेगी ठंड से राहत


देशभर में ठंड का प्रकोप जारी है. जम्मू कश्मीर में भी कड़ाके की ठंड पड़ रही है.



    देशभर में ठंड का प्रकोप जारी है. जम्मू कश्मीर में भी कड़ाके की ठंड पड़ रही है. हालात यह है कि यहां बीते 2 हफ्तों में इतनी ठंड पड़ी है कि बर्फ जम गई है. 21 दिसंबर में चिल्लई कलां शुरु हो गया है. जम्मू कश्मीर में जिन 40 दिनों में सबसे ज्यादा ठंड पड़ती है, उस अवधि को चिल्लई कलां कहा जाता है. पेड़ों पर बर्फ की चादर बिछी हुई है. झीलों का पानी जमकर पत्थर हो चुका है. हालांकि पर्यटक अभी भी इस ठंड का लुफ्त उठा रहे हैं और उनके जोश में कोई कमी नजर नहीं आ रही है.  हालात ये हैं कि श्रीनगर में तापमान -5.8 और साउथ कश्मीर में -10.8 पहुंच गया. पहलगाम में ये तापमान -11.2 और नॉर्थ कश्मीर के कुपवाड़ा में -6.3 था. गुलमर्ग कश्मीर में रात का तापमान -7.5 था.  


राजधानी में ठंड का प्रकोप जारी है. भारतीय मौसम विभाग ने शनिवार को दिल्ली के लिए रेड वार्निंग जारी की है. 


     राजधानी में ठंड का प्रकोप जारी है. भारतीय मौसम विभाग ने शनिवार को दिल्ली के लिए रेड वार्निंग जारी की है. रेड वार्निंग का मतलब है कि अभी स्थिति और खराब हो सकती है. ये चेतावनी शनिवार और रविवार के लिए जारी की गई है. शनिवार सुबह दिल्ली का तापमान 1.9 डिग्री रह गया था.  सफदरगंज में मौसम का तापमान 2.4 डिग्री था. 1992 के बाद से सफदरगंज में इस साल सबसे कम तापमान रिकॉर्ड किया गया. 1930 के दौरान सबसे कम तापमान 0.0 दर्ज किया गया था. वहीं कोहरे की वजह से दिल्ली में फ्लाइट और ट्रेन सर्विस भी बाधित हुई हैं. 


   दिल्ली के पालम और लोधी रोड पर तापमान 3.1 डिग्री और 1.7 डिग्री था. आईएमडी के मुताबिक 31 दिसंबर से दिल्ली-एनसीआर में बारिश होने की संभावना है. मौसम की यह स्थिति 3 जनवरी तक इसी तरह रह सकती है. बता दें कि दिल्ली में शनिवार का दिन सीजन का सबसे ठंडा दिन रहा. दिल्ली में तापमान ने आज सारे रिकॉर्ड तोड़ दिए. सुबह से ही दिल्ली कोहरे की चादर में लिपटी दिखाई दी. कई जगहों पर विजिबिलिटी शून्य हो गई. लोगों को ड्राइविंग करने में खासी परेशानी देखने को मिली. यमुना नदी से सटे इलाकों में कोहरे की मार ज्यादा देखी गई. कश्मीरी गेट, यमुना पुल से लेकर अक्षरधाम तक धुंध और कोहरे के चलते गाड़ियां सड़कों पर रेंगती दिखाई दी. वहीं दूसरी तरफ पैदल और दुपहिया वाहन से चलने वालों पर सर्दी की सबसे ज्यादा मार पड़ी.