जिस अधिकारी पर प्रियंका गांधी ने गला दबाने का आरोप लगाया उसने क्या कहा है

     कांग्रेस महासचिव प्रियंका गांधी 28 दिसंबर को लखनऊ में थीं. कांग्रेस फाउंडेशन डे पर उन्होंने कांग्रेस कार्यकर्ताओं को संबोधित किया. इस कार्यक्रम के बाद वह पूर्व IPS अफसर एसआर दारापुरी के परिवार से मिलने पहुंचीं. दारापुरी को CAA के खिलाफ प्रोटेस्ट में शामिल होने की वजह से गिरफ्तार कर लिया गया है. प्रियंका जब उनके घर के लिए रवाना हुईं तो यूपी पुलिस ने उन्हें रोकने की कोशिश की. बाद में प्रियंका स्कूटी से उनके घर पहुंची.


परिवार से मुलाकात के बाद प्रियंका ने मीडिया से बातचीत में यूपी पुलिस पर गंभीर आरोप लगाए. प्रियंका के पति रॉबर्ड वाड्रा ने भी इस बारे में ट्वीट किया. उन्होंने लिखा कि जिस तरीके से यूपी पुलिस ने प्रियंका को मैनहैंडल किया वो बेहद परेशान करने वाला है. एक महिला पुलिसकर्मी ने उनका गला दबाया, दूसरी ने उन्हें धक्का दिया और वह गिर गईं. लेकिन प्रियंका इससे डरी नहीं, वह टू-व्हीलर से दारापुरी के परिवार से मिलने पहुंचीं.


कांग्रेस ने एक विडियो भी जारी किया. ट्विटर पर. इस विडियो में दो महिला पुलिसकर्मी प्रियंका को रोकने के लिए घेरती दिख रही हैं, लेकिन उसमें गला दबाने या प्रियंका को धक्का देकर गिराने जैसा कुछ नज़र नहीं आ रहा है.


(Photo - प्रियंका गांधी और अर्चना सिंह के धक्का मुक्की वाले वीडियो का स्क्रीन शॉट)



   इस बीच उस महिला पुलिसकर्मी का भी बयान सामने आया, जिस पर प्रियंका गांधी ने आरोप लगाए थे. उनका नाम डॉ अर्चना सिंह है. वो लखनऊ की सर्किल ऑफिसर हैं. उनका कहना है कि ये सारी बातें सच नहीं हैं. वो प्रियंका गांधी की फ्लीट इंचार्ज थीं. प्रियंका के साथ किसी ने कोई गलत बर्ताव नहीं किया है.


   अर्चना ने बताया कि उन्हें साढ़े 4 बजे ये सूचना मिली थी कि प्रियंका गांधी पार्टी कार्यालय से अपने आवास पर जाएंगी. और उसी हिसाब से फ्लीट को गोखले मार्ग के लिए रवाना किया गया. पर प्रियंका गांधी फ्लीट के साथ न जाकर सीधे लोहिया पथ की तरफ चली गईं. अर्चना बस ये जानना चाहती थीं कि प्रियंका कहां जाना चाहती हैं, क्योंकि उसी हिसाब से फिर व्यवस्था की जाती. पर प्रियंका गांधी गाड़ी से उतरकर पैदल चलने लगीं. उन्होंने कहा कि सोशल मीडिया पर अफवाह फैलाई जा रही है. वह अपनी ड्यूटी कर रही थीं. और उस दौरान उनके साथ भी धक्का-मुक्की हुई थी.


ड्यूटी के दौरान आई भाई के मौत की खबर, छुट्टी नहीं मिली अर्चना ने ये भी बताया कि जिस समय वो ड्यूटी कर रही थीं, उसी समय उनके भाई के मौत की खबर भी आई थी. उनके मुताबिक, चचेरे भाई को पीलिया हो गया था. दिल्ली के एक अस्पताल में वो एडमिट था. उसकी मौत की खबर मिलने के बाद उन्होंने छुट्टी मांगी, जो उन्हें नहीं मिली. उधर, लखनऊ के SSP कलानिधि नैथिनी ने कहा कि मॉर्निंग इंचार्ज डॉक्टर अर्चना सिंह ने एडिशनल सुपरीटेंडेंट को एक रिपोर्ट पेश की है, जहां उन्होंने बताया है कि प्रियंका गांधी वाड्रा की गाड़ी तय रूट पर नहीं जा रही थी, किसी अन्य रूट पर थी.


वहीं, प्रियंका गांधी भी अपने बयान से बाद में मुकर गईं. उन्होंने कहा कि उनके 'गले पर हाथ' रखा गया था. जबकि पहले उनका बयान आया था कि उनका पुलिस ने 'गला दबाया' था.


इन सब के बीच BJP नेता का भी बयान आया है. यूपी के कैबिनेट मंत्री सिद्धार्थ नाथ सिंह ने इस पूरे घटनाक्रम को प्रियंका की नौटंकी बताया. उन्होंने ट्वीट किया, इस घटना के कुछ और विडियो भी सोशल मीडिया पर तैर रहे हैं. हालांकि, किसी भी विडियो में महिला पुलिसकर्मी उनका गला दबाते नहीं दिख रही हैं.