शहादत काे सलाम - शहीद सौरभ कटारा को जब नवविवाहित पत्नी ने कंधा दिया तो रो पड़ा पूरा गांव

     शादी के महज 16 दिन बाद जम्मू-कश्मीर में देश सेवा के लिए शहीद (Martyr) हुए भारतीय सेना (Indian Army) के जवान सौरभ कटारा (Saurabh Katara) की पार्थिव देह को जब उनकी नवविवाहित वीरांगना ने कंधा दिया तो पूरा गांव रो पड़ा. वहां मौजूद प्रत्येक शख्स की आंखें नम हुए बिना नहीं रह सकी.



   गत मंगलवार की रात जम्मू कश्मीर के कूपवाड़ा इलाके में शहीद हुए भरतपुर के रूपवास पंचायत समिति के बरौली ब्राह्मण गांव निवासी सौरभ कटारा की गुरुवार को पूरे सैन्य सम्मान के साथ उनके पैतृक गांव में अंत्येष्टि कर दी गई. सौरभ सेना की 28 आरआर रेजीमेंट में थे. सौरभ 3 साल पहले ही सेना में चालक के पद पर भर्ती हुए थे. बरौली ब्राह्मण गांव के लिए गुरुवार का दिन कभी ना भूल सकने वाला दिन बन गया. तीन दिन पहले मंगलवार को गांव के जवान लाडले की शहादत का समाचार सुनकर ग्रामीणों ने एकबारगी अपने आपको किसी तरह से संभाल लिया. फक्र इस बात का था कि लाडले ने देश के लिए प्राण न्यौछावर कर गांव का नाम रोशन कर दिया. लेकिन जब नई नवेली दुल्हन पूनम ने अपने शहीद पति की पार्थिव देह को कंधा दिया तो ग्रामीणों का कलेजा फट पड़ा.


    सौरभ कटारा कूपवाडा में मंगलवार रात को सैन्य वाहन ले जाते समय ग्रेनेड हमले में शहीद हो गए थे. उनकी पार्थिव देह को गुरुवार को उनके पैतृक गांव लाया गया. वहां पूरे सैन्य सम्मान के साथ सौरभ कटारा को अंतिम विदाई दी गई. शहीद कटारा मुखाग्नि उनके छोटे भाई अनूप कटारा ने दी. गमगीन माहौल में तिरंगे में लिपटे शहीद के पार्थिव देह पर पर्यटन एवं देवस्थान मंत्री विश्वेन्द्र सिंह, जिला कलक्टर नथमल डिडेल, पुलिस अधीक्षक हैदर अली जैदी, भरतपुर मिलिट्री स्टेशन के कमांडर कर्नल अंशुमान श्रीवास्तव, बैटरी कमाण्डर मेजर राहुल डे, जिला सैनिक कल्याण अधिकारी से.नि. कर्नल केवीएस ठैनुआ समेत हजारों लोगों ने श्रद्धा सुमन अर्पित किए.


   पार्थिव देह के साथ आए स्टेशन कमांडर कर्नल अंशुमान श्रीवास्तव ने शहीद के पिता को तिरंगा ध्वज प्रदान किया तो लोगों की आंखें फिर से भीग गई. भारतीय सेना के जवानों ने हवाई फायर कर जवान का अंतिम सलामी दी. आगंतुकों ने शहीद के परिजनों को ढांढस बंधाया. शहीद वीरांगना पूनम, शहीद के पिता हवलदार नरेश कटारा, चाचा रिंकू शर्मा ने सौरभ की शहादत पर गर्व जताया.


(File Photo - सौरभ कटारा, नई नवेली दुल्हन पूनम)



   सौरभ कटारा 16 नवंबर को ही एक महीने की छुट्टी पर घर आए थे. 23 नंबर को अपनी बहन की शादी कराने के बाद खुद दूल्हा बने. सौरभ की इसी महीने 8 दिसंबर को शादी हुई थी. शादी के बाद छुटि्टयां खत्म होने पर पिछले सप्ताह ही सेना में अपनी ड्यूटी पर लौटे थे. मंगलवार रात को सौरभ के शहीद होने की सूचना के बाद से पूरे गांव में सन्नाटा पसर गया था.