ठंड के बावजूद खचाखच भरा रहा रामलीला मैदान, बाहर भी डटे रहे लोग

      दिल्ली के रामलीला मैदान में आयोजित रैली यूं तो अनधिकृत कॉलोनियों को नियमित करने पर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी का धन्यवाद करने के लिए थी, लेकिन इस रैली से दिल्ली विधानसभा चुनाव में भाजपा के प्रचार का शंखनाद हो गया है। अगले दो माह में दिल्ली में विधानसभा चुनाव होने हैं, ऐसे में भाजपा ने रैली के जरिये न केवल शक्ति प्रदर्शन किया, बल्कि यह भी साबित कर दिया है कि अब वह चुनाव में विरोधियों से दो-दो हाथ करने के लिए तैयार है। भाजपा इसे वर्ष 2012 में जापानी पार्क में हुई रैली से भी सफल रैली मान रही है, क्योंकि इतनी ठंड और सुबह से ही चल रही शीत लहर के बीच लोगों का रैली में पहुंचना व समापन तक टिके रहना भाजपा के लिए चुनाव के मद्देनजर सकारात्मक लग रहा है। 



   पिछले दिनों कांग्रेस की रामलीला मैदान में हुई रैली के दौरान देशभर से जुटी भीड़ से भाजपा पर इस रैली को सफल बनाने का दबाव था। वहीं, नागरिकता संशोधन कानून के बीच दिल्ली व देशभर में हो रही हिंसक घटनाओं के बीच लोगों को रैली में लाना भाजपा के लिए किसी चुनौती से कम नहीं था। यही वजह रही कि भाजपा ने दिल्ली के विभिन्न इलाकों में जागरूकता अभियान चलाया था।


   वहीं, अनधिकृत कॉलोनियों के लोगों से भी समर्थन मांगा गया था। इसके लिए 11 लाख लोगों से कॉलोनियों के नियमित होने पर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को धन्यवाद करने के लिए हस्ताक्षर भी कराए गए थे। इसी का परिणाम रहा कि रामलीला मैदान की रैली में भारी संख्या में लोग दिखाई दिए। भाजपा के लिए उत्साह की बात यह रही कि इस रैली में आए लोग कांग्रेस की तरह देशभर से नहीं आए थे, बल्कि दिल्ली के ही थे।