250 करोड़ रुपये में नया जेट खरीदने की तैयारी कर रही राजस्‍थान सरकार

     खरीद को लेकर मुख्य सचिव की अध्यक्षता में बनी कमेटी ने विमान खरीद को लेकर फैसला लिया है. अब यह प्रस्ताव वित्त विभाग को भेजा जाएगा. इस पर अंतिम निर्णय मुख्यमंत्री स्तर पर होगा.


     राजस्थान की अशोक गहलोत सरकार ने नए विमान खरीद को लेकर फैसला कर लिया है. यह विमान डोसे कंपनी से खरीदा जाएगा. खरीद को लेकर मुख्य सचिव की अध्यक्षता में बनी कमेटी ने विमान खरीद को लेकर फैसला लिया है. बताया जा रहा है कि यह विमान करीब 250 करोड़ रुपये का आएगा. अब खरीद संबंधी प्रस्ताव वित्त विभाग को भेजा जाएगा. इस पर अंतिम निर्णय मुख्यमंत्री स्तर पर होगा. विमान के लिए राज्य सरकार की ओर से जारी की गई निविदा में पांच विमानन कंपनियों ने भाग लिया था इसमें से कमेटी ने तकनीकी बिड को फाइनल करते हुए एक कंपनी का प्रस्ताव मंजूर किया है.

जारी किया था ग्लोबल टेंडर - विमान खरीद के लिए राज्य सरकार ने ग्लोबल टेंडर जारी किया था. इसमें डोशे और बोम्बार्डियन सहित पांच कंपनियां आईं थी. इन कंपनियों के आवेदनों पर हाई पावर कमेटी ने चर्चा कर डोशे कंपनी का प्रपोजल मंजूर किया है. अभी इसकी लागत को लेकर निर्णय नहीं हो सका है. हाई पावर कमेटी के निर्णय के मुताबिक अब यह प्रस्ताव वित्तीय स्वीकृति के लिए भेजा जाएगा. वित्त विभाग से स्वीकृति मिलने के बाद इस पर मुख्यमंत्री स्तर पर अंतिम निर्णय होगा. इसके बाद कंपनी को निर्धारित समय में विमान मुहैया करवाने के लिए राज्य सरकार के साथ अनुबंध होगा.

यह विमान 12 सीट का होगा, जो डबल इंजन में होगा - राज्य सरकार की ओर से खरीदे जाने वाला विमान अत्याधुनिक सुविधाओं से लैस होगा. यह विमान 12 सीट का होगा, जो डबल इंजन में होगा इस विमान की फिलहाल लागत 250 करोड़ रुपए आंकी जा रही है. बिड में डोशे, बोम्बार्डिक, टेक्ट्रॉन, गल्फ स्ट्रीम और एंब्रर ने टेक्नीकल बिड में हिस्सा लिया.

अभी दो विमान है सरकारी बेड़े में -
सरकार के हवाई बेड़े में दो विमान हैं. इनमें किंग एयर बी 200 और किंग एयर सी 90 शामिल हैं. इनमें किंग एयर बी 200 ही फिलहाल उड़ान के काम में लिया जा रहा है. हालांकि हवाई बेड़े में नया विमान खरीदने की प्रक्रिया सरकार में 2011 से ही चल रही है लेकिन कभी तकनीकी कारण तो कभी वित्तीय स्थिति के चलते मामला आगे नहीं बढ़ सका.


2011 में दुर्घटनाग्रस्त हुआ था हेलीकॉप्टर - बीजेपी की वसुंधरा राजे सरकार के कार्यकाल में जेट विमान खरीदने की पत्रावली चली थी. हालांकि, हैलीकॉप्टर और नए जेट विमान की जरूरत 2011 से बताई जा रही है. 2011 में चूरू में सरकारी कार्यक्रम के दौरान जब अशोक गहलोत ही मुख्यमंत्री थे तब इससे पहले के हेलीकॉप्टर की ब्लेड टूट गई थी.