छपाक - कहानी में मुस्लिम आरोपी को हिंदू दिखाने का आरोप, नफरत फैलाने का आरोप

      छपाक में रियल एसिड अटैक के आरोपी नदीम खान का नाम बदलकर राजेश किया गया है. मुस्लिम आरोपी का नाम बदलकर उसे मूवी में हिंदू दिखाने पर लोगों ने आपत्ति जताई है.



     JNU छात्रों का सपोर्ट करने के बाद से दीपिका पादुकोण की फिल्म छपाक विवादों में आ गई है. एक तरफ जहां फिल्म को बायकॉट करने की मांग उठ रही है. वहीं अब मेकर्स सवालों के घेरे में आ गए हैं. रिपोर्ट के मुताबिक छपाक में रियल एसिड अटैक के आरोपी नदीम खान का नाम बदलकर राजेश किया गया है. मुस्लिम आरोपी का नाम बदलकर उसे मूवी में हिंदू दिखाने पर लोगों ने आपत्ति जताई है. ट्विटर पर राजेश और नदीम खान नाम ट्रेंड हो रहे हैं. लोगों ने छपाक के मेकर्स की इंटेशन पर सवाल उठाए हैं. एक यूजर ने लिखा- लक्ष्मी अग्रवाल के चेहरे पर नदीम खान ने एसिड फेंका था. मेरा सवाल ये है कि क्यों फिल्म में नदीम खान के नाम को हिंदू नाम राजेश में बदला गया. क्या शर्मनाक हिंदू अभी भी फिल्म को देखेंगे. 


   दूसरे एक यूजर ने लिखा- अगर नदीम वही है जिसने लक्ष्मी पर एसिड फेंका जिसकी कहानी पर फिल्म छपाक बेस्ड है. तो नदीम का बदलकर राजेश करना शर्मनाक, धोखेबाजी और जानबूझकर किया गया काम है. ट्रोलर्स का कहना है कि मुस्लिम आरोपी को हिंदू नाम देना मेकर्स के एजेंडे को सूट करता है. इसी तरीके से एंटी हिंदू बॉलीवुड गैंग काम करता है. लोगों का कहना है कि एक खास धर्म के खिलाफ नफरत और प्रो-हिंदू प्रोपेगेंडा फैलाया जा रहा है.


कौन है नदीम खान - 2005 में लक्ष्मी अग्रवाल (जो कि उस समय 15 साल की स्टूडेंट थीं) नई दिल्ली के खान मार्केट में एक बुकस्टोर पर जा रही थी. तभी 32 साल के नदीम ने लक्ष्मी पर एसिड फेंका था. क्योंकि लक्ष्मी लोअर मिडिल क्लास परिवार से थीं इसलिए वो बुकस्टोर पर काम कर फैमिली को सपोर्ट करती थीं. लक्ष्मी का कसूर सिर्फ इतना था कि उन्होंने नदीम खान के शादी के प्रपोजल को ठुकरा दिया था. 10 जनवरी को रिलीज हो रही छपाक के आने के बाद ही ये पता चल सकेगा कि आरोपी का नाम बदला गया है या नहीं. हालांकि फिल्म में लक्ष्मी अग्रवाल का नाम भी मालती रखा गया है. लेकिन नाम के साथ धर्म बदलने पर सोशल मीड‍िया पर मेकर्स को नाराजगी का सामना करना पड़ रहा है.