अयोध्या में राम मंदिर निर्माण की दिशा में जल्द बड़ा ऐलान हो सकता है. मोदी सरकार जल्द ही ट्रस्ट निर्माण की घोषणा करने वाली है. ये जानकारी सूत्रों के हवाले से मिली है. इस ट्रस्ट में 11 सदस्य रहेंगे. इसमें गृह मंत्रालय का संयुक्त सचिव, अयोध्या का पदेन जिलाधिकारी (DM), SC के आदेशानुसार निर्मोही अखाड़ा का एक नुमाइंदा, राम जन्म भूमि न्यास के अध्यक्ष महंत नृत्य गोपाल दास, राम मंदिर आंदोलन से जुड़े रहे विहिप से सम्बद्ध चम्पत राय, इनका सबका नाम तय माना जा रहा है.
बाकी के 6 सदस्यों के नाम पर फैसला केंद्र सरकार कर रही है. सूत्रों के अनुसार माना जा रहा है कि समाज के अलग अलग क्षेत्रों से जुड़े लोग इसमें शामिल होंगे. इसमें वह लोग भी शामिल हो सकते हैं कि जो न सिर्फ राम मंदिर में आस्था रखते हैं, बल्कि उससे जुड़े भी रहे हों या मंदिर निर्माण में महत्वपूर्ण भूमिका निभा सकते हों.
सूत्रों के अनुसार राम मंदिर का निर्माण विहिप के पुराने नक्शे के अनुसार ही होगा. और उसमे विहिप द्वारा अभी तक तराशे गए पत्थरों का इस्तेमाल भी होगा. सूत्रों के अनुसार राम मंदिर के निर्माण के लिए सरकार से एक पैसा नहीं लिया जाएगा बल्कि जनभागीदारी के तहत पूरी दुनिया में फैले हिन्दुओं और राम भक्तों से दान में मिले पैसे का उपयोग किया जाएगा.
लोगों से पैसा इकठ्ठा करने के लिए अलग बैंक अकाउंट खोला जाएगा, जिसमे ऑनलाइन पैसा भी जमा किया जा सकता है. लेकिन सबसे महत्वपूर्ण होगा, घर घर जाकर राम मंदिर निर्माण के लिए तय राशि का चंदा इकठ्ठा करना. इसके अलावा पर्ची से भी चंदा इकठ्ठा किया जाएगा. ये लोगों के सीधे जुड़ाव के लिए किया जाएगा. सूत्रों के अनुसार कोशिश है कि हिन्दू कैलेंडर के अनुसार वर्षप्रतिपदा यानि चैत्र नवरात्र के दौरान राम मंदिर का निर्माण शुरू हो जाए. यानी मंदिर निर्माण का कार्य शुरू करने के लिए 25 मार्च से 2 अप्रैल के बीच शुभ मुहूर्त है.