रोमानिया में फंसे राजस्थान के तीन युवकों ने की PM मोदी से अपील- हमें भारत वापस लाएं

     अच्छा पैसा कमाने की इच्छा पालकर विदेश (Foreign) गए चूरू जिले (Churu District) के सुजानगढ़ शहर के तीन युवक वहां फंसकर (Stuck) रह गए. धोखे (fraud) के शिकार हुए तीनों युवक धक्के खाते-खाते रोमानिया (Romania) पहुंच गए हैं. तीनों युवक वहां शरणार्थी कैंप (Refugee camp) में फंसे हुए हैं.


(Photo - विकास सैनी, रामेंद्र गहलोत और पंकज जांगिड़)



 अच्छा पैसा कमाने की इच्छा पालकर विदेश (Foreign) गए चूरू जिले (Churu District) के सुजानगढ़ शहर के तीन युवक वहां फंसकर (Stuck) रह गए. धोखे (fraud) के शिकार हुए तीनों युवक धक्के खाते-खाते रोमानिया (Romania) पहुंच गए हैं. तीनों युवक वहां शरणार्थी कैंप (Refugee camp) में फंसे हुए हैं. युवकों के परिजनों ने विदेश मंत्रालय (Foreign Ministry) में गुहार लगाकर कहा है कि उनके बच्चों को किसी तरह से भारत वापस लाया जाए. वहीं रोमानिया में फंसे युवकों ने पीएम नरेन्द्र मोदी से गुहार की है कि उन्हें किसी तरह से भारत वापस लाया जाए. अन्यथा वे वहीं मर जाएंगे.

12-12 लाख रुपए ऐंठकर धक्के खाने के लिए छोड़ दिया - युवकों के परिजनों ने बताया कि विकास सैनी, रामेंद्र गहलोत और पंकज जांगिड़ को जर्मनी में वर्क परमिट दिलाने की एवज में 12-12 लाख रुपए लेकर सुजानगढ़ निवासी एजेंट विनोद गहलोत ने विदेश भेजा था. लेकिन यहां से जाने के बाद उसने तीनों को धक्के खाने के लिए छोड़ दिया. युवकों को डेढ़-डेढ़ लाख रुपए प्रतिमाह सैलेरी का झांसा दिया गया था. लेकिन तीनों युवक जर्मनी की बजाय अज़रबैजान, सर्बिया, हंगरी आदि देशों में धक्के खा रहे हैं. हंगरी पुलिस ने तीनों को रोमानिया की पुलिस के सुपुर्द कर दिया. वहां वे शरणार्थी कैंप में रह रहे हैं.

-8 डिग्री तापमान वाले शरणार्थी कैंप में रहने को मजबूर हैं - तीनों कभी-कभी किसी अन्य का मोबाइल मांगकर परिजनों से बात करते हैं. विदेश में फंसे युवकों ने फोन पर परिजनों को बताया कि उनके मोबाइल और पासपोर्ट छीन लिए गए हैं. दो युवक सात माह से तो एक युवक तीन माह से रोमानिया के शरणार्थी कैंप में फंसा हुआ है. उन्हें कई दिनों तक जंगलों में बंदूक की नोंक पर पैदल चलाया गया. नदी में चलाया गया और अब -8 डिग्री तापमान वाले शरणार्थी कैंप में रहने को मजबूर हैं.

रोमानिया से वीडियो बनाकर परिजनों को भेजा - तीनों युवकों ने रोमानिया से वीडियो बनाकर परिजनों को भेजा है. उन्होंने अपनी दुर्दशा बताते हुए कहा है कि ऐसे जीने से तो मर जाना अच्छा है. तीनों पीएम नरेन्द्र मोदी से अपील करते हुए कहा कि किसी भी तरह से उन्हें वहां से वापस भारत लाएं. वहीं तीनों युवकों से करीब 36 लाख रुपए ठगने वाला विनोद गहलोत खुले आम घूम रहा है. वह अब भी 1000 यूरो प्रति युवक के हिसाब से तीनों को वापस मंगवाने के लिए पैसे मांग रहा है.