गरीबी में पढ़ाई करके बनीं वकील - सीमा कुशवाहा ने निर्भया को न्याय दिलाकर लिया दम
     निर्भया रेप केस में आखिरकार दोषियों को फांसी पर लटका ही दिया गया। इस पूरे केस में सुप्रीम कोर्ट की वकील सीमा कुशवाहा की जमकर तारीफ हो रही है। सीमा कुशवाहा ने ही निर्भया का केस लड़ा और दोषियों को उनके किए की सजा दिलाकर ही दम लिया। उत्तर प्रदेश के इटावा की रहने वाली सीमा कुशवाहा आज सबसे ज्यादा चर्चा का विषय हैं लेकिन एक वक्त पर उन्होंने बड़ी गरीबी में दिए बिताए और किसी तरह अपनी पढ़ाई पूरी की।


जानते हैं सीमा कुशवाहा के इस संषर्ष भरे जीवन के बारे में...



इटावा की सीमा ने रोशन कर दिया नाम -  इटावा जिले का शायद ही कोई ऐसा क्षेत्र हो, जिसने बुलंदी के झंडे न गाड़े हों। इसी श्रंखला में अब सुप्रीम कोर्ट की युवा वकील सीमा कुशवाहा का नाम भी जुड़ गया। एक छोटे से गांव में अभावों के बीच पढ़ी-पली सीमा ने निर्भया के दरिंदों को फांसी दिलाने के लिए लंबी लड़ाई लड़ी। आखिरकार सीमा कुशवाहा को जीत हासिल हुई और चारों दोषियों को फांसी पर लटका दिया गया।



​सीमा कुशवाहा की कामयाबी पर मां खुश -  बेटी की इस कामयाबी पर सबसे ज्यादा उनकी मां रामकुअरी खुश हैं। वह कहती हैं कि अब बेटियों को जुल्म के खिलाफ ऐसे ही सीना तानकर खड़ा होना चाहिए। भाई प्रहलाद सिंह और अन्य परिजन भी निर्भया के दोषियों को फांसी मिलने और सीमा कुशवाहा के योगदान पर काफी खुश हैं।



गरीब परिवार ने झेली काफी तकलीफ - सीमा कुशवाहा ने आज जो मुकाम हासिल किया है, उसके लिए उन्होंने लंबी जद्दोजहद की है। बेहद गरीब परिवार की सीमा कुशवाहा ने अभावों के बीच पढ़ाई की। उनमें शुरू से ही ललक थी इसलिए सीमा ने कभी हारना नहीं सीखा। मां कहती हैं कि पढ़ाई के लिए तो वह कितने भी दुख-दर्द उठा लेती थी। शुरू की शिक्षा गांव और आसपास ही हुई। इसके बाद वह लखना कस्बे के कलावती रामप्यारी स्कूल में पढ़ने गईं और वहां से इंटर की पढ़ाई पूरी की। अजीतमल पीजी कॉलेज गईं। सात-भाई बहनों में सीमा सबसे छोटी हैं।



संविदा पर करनी पड़ी थी नौकरी - अजीतमल पीजी कॉलेज के बाद सीमा कुशवाहा कानपुर गईं और वहां के डीएवी कॉलेज से लॉ किया। लॉ करने के बाद वह कुछ समय हाई कोर्ट इलाहाबाद गईं। आर्थिक तंगी के चलते प्रौढ़ शिक्षा विभाग में अनौपचारिक शिक्षक के रूप में संविदा पर नौकरी भी की। फिर साहस किया और 2012 में सुप्रीम कोर्ट चली गईं। सीमा ने वहीं मास कम्युनिकेशन की भी पढ़ाई की।



सुप्रीम कोर्ट में सीमा कुशवाहा ने दिखाया दम - सीमा कुशवाहा ने निर्भया केस के दरिंदों को सजा दिलाने के लिए एड़ी-चोटी की ताकत लगा दी। कानून के क्षेत्र में तमाम तिकड़मबाजी और तर्क-वितर्क से भरा यह केस आखिरी रात तक चला। आखिरकारी निर्भया के दरिंदों को फांसी मिली और सीमा कुशवाहा की की जीत हुई। एक प्रख्यात वकील के रूप में आज सीमा की समृद्धि दुनियाभर में बढ़ गई है।