यूपी के मथुरा में शुक्रवार शाम को हुई जोरदार बारिश लोगाें के लिए आफत बन गई। सड़कें पानी से लबालब भर गई। स्वामीघाट पर बारिश के पानी के बहाव में एक कार और दो स्कूटी बहकर यमुना में चली गईं। लोगों की सतर्कता से गंभीर हादसा होने से बच गया। लोगों ने शोर कर कार सवार को उसमें से उतार लिया। बारिश के दौरान मथुरा के स्वामीघाट पर हालात खतरनाक हो जाते हैं। चौक बाजार की ओर से समूचे बाजार में तेज बहाव में पानी आता है। बहाव इतना तेज होता है कि गाड़ियां भी इसके साथ बहने लगती हैं। इस पानी का बहाव स्वामीघाट पर यमुना की ओर होता है। जिसमें बारिश के दौरान अक्सर वाहन बह जाते हैं। इसीलिए यहां पर लोहे की जाली से अवरोधक लगाया हुआ है। लेकिन शुक्रवार को यहां किसी कारण से अवरोध के रूप में लोहे की जाली हटा दी गई थी। शाम को बारिश शुरू हुई तो कुछ ही देर में स्वामीघाट पर तेजी से पानी का बहाव चौक बाजार की ओर से आना शुरू हो गया। इसी दौरान वहां खड़ीं दो स्कूटी बहाव में बहकर यमुना में चली गईं.
जिस समय बहाव तेज हो रहा था, उस समय स्वामी घाट पर एक लाल रंग की अल्टो कार खड़ी थी और उसमें एक व्यक्ति उसे वहां से चलाकर ले जाने का प्रयास करने लगा। बहाव तेज होने पर कार पीछे यमुना की ओर खिसकने लगी। वहां मौजूद स्थानीय लोगों ने जब कार में एक व्यक्ति को बैठे देखा तो वे शोर मचाकर उससे उतरने को कहने लगे। ड्राइविंग सीट पर बैठा व्यक्ति नहीं उतरा और गाड़ी को आगे चलाने का प्रयास करने लगा। यह देख लोग घवरा गये और उससे उतरने की कहते हुए शोर करने लगे। बिलकुल यमुना के निकट पहुंचने पर उस व्यक्ति ने गाड़ी में ही दूसरी साइड में आकर गेट खोलने का प्रयास किया। पानी ज्यादा होने के कारण गेट नहीं खुल रहा था।
इस पर किनारे ऊपर खड़े लोगों ने गेट खोलने में उसकी मदद की और गेट खोल दिया। जब तक वह व्यक्ति गाड़ी से उतरता गाड़ी यमुना में चली गयी लेकिन गहरे पानी में जानेसे पहले ही वह व्यक्ति गाड़ी से कूद गया। तब तक लेकिन वह यमुना में था और जरा सी चूक उसे गहरे पानी में ले जा सकती थी। लोगों ने उसे पानी में ही रास्ता समझाते हुए किनारे से ऊपर चढ़ा लिया। इस दौरान लोगों ने पुलिस और फायर ब्रिगेड को सूचना दे दी। घटना की सूचना मिलते ही बंगाली घाट चौकी इंचार्ज धर्मेंद्र भाटी मौके पर पहुंच गए। उधर फायर बिग्रेड चीफ फायर ऑफिसर प्रमोद कुमार शर्मा भी पहुंच गये। लेकिन तब तक कार से निकला व्यक्ति वहां से जा चुका था।