कुशीनगर मस्जिद ब्लास्ट केस में पूर्व आर्मी मेजर डॉक्टर अशफाक और उसका दादा कुतुबुद्दीन अंसारी गिरफ्तार

     उत्तर प्रदेश का एक जिला है कुशीनगर. तुर्कपट्टी थाना क्षेत्र का गांव बैरागी पट्टी. यहां 11 नवंबर को एक मस्जिद में विस्फोट हुआ था. मस्जिद की छत और दीवार में दरारें पड़ गईं. खिड़कियां टूट गईं. दरवाजे उखड़ गए. हालांकि विस्फोट के समय मस्जिद में कोई नहीं था. विस्फोट के बाद मस्जिद के मौलाना अजमुद्दीन ने पुलिस को बताया कि इंवर्टर की बैट्री फटने की वजह से विस्फोट हुआ था. मस्जिद में विस्फोट की सूचना पर एटीएस और बम निरोधक दस्ते की टीम मौके पर पहुंची. गहन छानबीन की. पुलिस ने मस्जिद के मौलवी सहित सात आरोपियों के खिलाफ केस दर्ज कर लिया. खबर के मुताबिक विस्फोट के चार दिन बाद पूर्व आर्मी मेजर और उसके दादा को गिरफ्तार किया गया है. इस मामले में अब तक 6 गिरफ्तारियां हो चुकी हैं. मुख्य आरोपी कुतुबुद्दीन अंसारी और उनके पोते डॉक्टर अशफाक पूर्व आर्मी मेजर (मेडिकल कोर) विस्फोट के बाद से फरार चल रहे थे. (File Photo - मस्जिद में विस्फोट, आरोपी डॉक्टर अशफाक पूर्व आर्मी मेजर (मेडिकल कोर))



   पुलिस ने मस्जिद के मौलवी मौलाना अजमुद्दीन (28) को भी बंगाल से गिरफ्तार किया है. इसके अलावा तीन स्थानीय लोग इज़हार, आशिक और जावेद की इस मामले में गिरफ्तारी हुई है. जिन्हें रिमांड में लेकर पुलिस पूछताछ कर रही है. इन 6 आरोपियों के अलावा पुलिस दूसरे स्थानीय निवासी मुन्ना की भी तलाश कर रही है, जिसका नाम एफआईआर में शामिल है. गोरखपुर रेंज के आईजी जय नारायण सिंह ने कहा कि अंसारी और अशफाक सहित सभी छह आरोपियों से पूछताछ की जा रही है.


   पुलिस का कहना है कि पहले अजमुद्दीन ने बताया था कि अंसारी ने विस्फोटों से भरा बैग मस्जिद में रखा था. हालांकि, पूछताछ के दौरान, अंसारी ने इन आरोपों से इंकार कर दिया. जब अजमुद्दीन से फिर पूछताछ की गई तो उसने बयान बदल दिए. और दावा किया कि उसे पता नहीं था कि मस्जिद में विस्फोटक कौन लाया था. अंसारी और अजमुद्दीन का सामना भी हुआ था, लेकिन अब तक कुछ भी सामने नहीं आया है. यूपी पुलिस ने पश्चिम बंगाल के अजमुद्दीन की पिछली जानकारियां भी खंगाली थी. लेकिन कुछ नहीं मिला. यूपी के डीजीपी ओम प्रकाश सिंह का कहना है कि कुछ भी कहना जल्दबाजी होगी. जांच जारी है.


   पुलिस ने मौके से लिए गए विस्फोट के टुकड़ों को फॉरेंसिक जांच के लिए भेजा था. रिपोर्ट का इंतजार कर रही है. पुलिस अधिकारी ने कहा कि अशफाक मस्जिद में उस समय मौजूद थे, जब सोमवार दोपहर विस्फोट हुआ था. डॉ. अशफाक दो साल पहले आर्मी मेजर के पद से रिटायर्ड हुए थे. उन्हें पिछली बार हैदराबाद में तैनात किया गया था. कुशीनगर के एसपी विनोद कुमार मिश्रा ने कहा कि अशफाक की पत्नी, जो एक डॉक्टर हैं, अभी भी भारतीय सेना में हैं और हैदराबाद में तैनात हैं. गांव के प्रधान सचिदानंद तिवारी का कहना है कि अंसारी और उनका परिवार बहुत समय पहले मऊ जिले में शिफ्ट हो गया था. अंसारी और अशफाक अपने पैतृक घर की देखभाल के लिए महीने में दो बार गांव आते थे.अंसारी अपने घर पर स्थानीय और बाहर के युवाओं के साथ अक्सर बैठक करते थे.हालांकि आईजी प्रवीण कुमार का कहना है कि कुशीनगर मस्जिद विस्फोट मामले में 6 लोगों को गिरफ्तार किया गया है. अब तक की जांच में कोई आतंकी लिंक नहीं मिला है. मुख्य आरोपी कुतुबुद्दीन के खिलाफ जांच चल रही है.