News from -भूपेन्द्र औझा
मोदी सरकार ने पेट्रोल-डीजल पर एक्साईज शुल्क सैकड़ों गुना बढ़ा, लोगों को लुट रहे
भीलवाड़ा.काग्रेंस राष्ट्रीय महामंत्री एवम राजस्थान काग्रेंस प्रदेश प्रभारी अजय माकन ने विश्व बाजार में कच्चे तेल की कीमत काफी कम होने के बावजूद पेट्रोल, डीजल ओर रसोई गैस की बढ रही कीमतों से बेतहाशा मंहगाई बढऩे ओर मोदी सरकार द्वारा एक्साईज शुल्क को काफी बढा कर देश के वाशिंदो को लूटने का आरोप लगाया। काग्रेंस महामंत्री माकन ने दिल्ली पत्रकारों से बातचीत करते पूर्व प्रधानमंत्री मनमोहन सिंह सरकार ओर मौजूदा नरेन्द्र मोदी सरकार के समय विश्व बाजार में कच्चे तेल के दाम, सरकार का एक्साईज शुल्क की तुलनात्मक स्थिति बताते हुए वास्तविकता को सामने लाने तथा मोदी सरकार को कठगरे मे खड़ा किया। माकन नेअपनी बात की ताकीद के लिए बकायदा वास्तविक आंकड़े दर्शा कर सच्चाई को पैश किया। मकान ने बताया, आप ध्यान से जाने एवम समझिए मौजूदा मोदी सरकार का पेट्रोल- डीजल- रसोई गैस का खेल, ओर जनता के साथ हो रही सरकार के टैक्स की लुट खशौट।
काग्रेंस राष्ट्रीय महामंत्री एवम प्रदेश प्रभारी माकन ने बताया,एक ओर अंतर्राष्ट्रीय बाजार में क्रूड ऑयल के दाम कम होते जा रहे हैं, वहीं भाजपा सरकार पेट्रोल व डीजल के दामों में लगातार बढ़ोतरी कर रही है। अब तो पेट्रोल व डीजल के दाम देश में शीर्ष पर पहुंच गए हैं, जिसका सीधा असर किसान, आम जनता व ट्रांसपोर्टरों पर पड़ रहा है और महंगाई चरम पर पहुंच गई है।
माकन ने पूर्व मनमोहन सिंह सरकार के समय ओर आज की मोदी सरकार के समय की दरो, शुल्क, कीमतों का खुलासा कर बताया,
26 मई 2014 को जब भाजपा ने केंद्र में सत्ता संभाली थी, तब भारत की तेल कंपनियों को कच्चा तेल 108 अमेरिकी डॉलर प्रति बैरल मिल रहा था, जबकि पेट्रोल-डीजल और एलपीजी मई 2014 में दिल्ली में पेट्रोल, 71.51 रुपये प्रति लीटर, डीजल 57.28 रुपये प्रति लीटर तथा एलपीजी 414 रुपये प्रति सिलेंडर पर उपलब्ध था।
22 जनवरी 2021 को कच्चे तेल का अंतर्राष्ट्रीय भाव 55.52 अमेरिकी डॉलर प्रति बैरल रही, परंतु दिल्ली में पेट्रोल के दाम आज तक के सबसे ज्यादा रिकार्ड 85.70 रुपये, डीजल के दाम 75.88 रुपये और रसोई गैस का घरेलु सिलेंडर 694 रुपये हो गया है!
एक्साईज़ शुल्क से लगभग 200 खरब रुपया कमाया है।
माकन ने आरोप लगाया,भाजपा सरकार द्वारा पिछले 6 सालों में पेट्रोल पर एक्साईज़ शुल्क में 23.78 रुपये प्रति लीटर एवं डीजल पर 28.37 रुपये प्रति लीटर की अतिरिक्त बढ़ोत्तरी की गई है। पेट्रोल पर एक्साईज़ शुल्क में 258 प्रतिशत वृद्धि तथा डीज़ल के एक्साईज़ शुल्क में 820 प्रतिशत की वृद्धि हुई, जिससे इन 6 सालों में केंद्र सरकार ने पेट्रोल एवं डीज़ल पर एक्साईज़ शुल्क से लगभग 19 लाख करोड़ यानी 200 खरब रुपया कमाया है।
एलपीजी गैस सबसीडी लगभग ख़त्म कर दी है।
मोदी सरकार ने तो एलपीजी गैस सिलेंडरों के दाम बढ़ाकर और सबसीडी घटाकर महिलाओं का रसोई बजट भी बिगाड़ दिया है। कांग्रेस सरकार में जहां बिना सबसीडी का गैस सिलेंडर 414 रुपये में उपलब्ध था, आज दिल्ली में यह सिलेंडर 694 रुपये में मिल रहा है और सबसीडी लगभग ख़त्म कर दी है।
काग्रेंस नेता माकन ने मांग की बढ़ाया गया पेट्रोल एवं डीजल पर एक्साईज़ शुल्क वापिस करें तो पेट्रोल 61.92 रुपये और डीज़ल 47.51 रुपये हो सकता है
आज मोदी सरकार अपने द्वारा बढ़ाया गया पेट्रोल एवं डीजल पर एक्साईज़ शुल्क में 23.78 रुपये प्रति लीटर और 28.37 रुपये प्रति लीटर वापिस कर ले तो पेट्रोल एवं डीजल 85.70 रुपये और 75.88 रुपये की बजाय 61.92 रुपये और 47.51 रुपये हो सकता है।
काग्रेंस राष्ट्रीय महामंत्री अजय माकन ने सवाल किया,सरकार द्वारा कमाए यह 200 खरब रुपए गए कहाँ? जबकि सरकार के खजाने में लोगों के पर टेक्श वसूली से खरबो रुपये आने के बाद भी आज सेना के जवान एवं सरकारी कर्मचारियों के DA में कटौती हो रही है। आज छोटा कारोबारी पिस रहा है, किसान आत्महत्या पर मजबूर हैं, बेरोजगारी चरम सीमा पर है, परंतु अपने मित्र पूँजीपतियों को फायदा पहुंचाने हेतु जनता की जेबों पर डाका डाला जा रहा है।