योगी सरकार ने अपने दूसरे कार्यकाल का पहला बजट पेश किया

 उत्तर प्रदेश राज्य संवाददाता (राहुल वैश्य)

     उत्तर प्रदेश में योगी आदित्यनाथ की सरकार ने अपने दूसरे कार्यकाल का पहला बजट विधान सभा के अंदर पेश किया। इस बजट में उन्होंने चुनावी संकल्प पत्र में वादे पूरे करने की प्रतिबद्धता दिखाई संकल्प पत्र की 97 घोषणाओं को मूर्त रूप देने के लिए बजट में 54883 करोड़ पर का प्रावधान किया गया है. जिसमें लगभग 44 नई योजनाएं शामिल है। 

(फोटो: उत्तर प्रदेश विधानसभा में 2022-23 का बजट पेश करते हुए वित्त मंत्री सुरेश खन्ना)
     वित्त मंत्री सुरेश खन्ना ने बृहस्पतिवार को विधानसभा में वर्ष 2022 - 23 के लिए 6,15,518,97 करोड़ रुपए का बजट पेश किया वहीं इस बजट को विधान परिषद में नेता सदन स्वतंत्र देव सिंह ने पेश किया। बजट के अंदर 'प्रधानमंत्री उज्ज्वला योजना' के लिए 3302 करोड़ रुपए की व्यवस्था की गई है इस योजना के तहत सभी लाभार्थियों को होली दीपावली पर दो सिलेंडर मुफ्त दिए जाएंगे इसके साथ 'भामाशाह भाव स्थिरता कोष' के लिए 100 करोड़ पर का प्रावधान किया गया है गौरतलब है कि भाजपा ने किसानों को आलू, प्याज, टमाटर जैसी फसलों के लिए न्यूनतम मूल्य दिलाने का वायदा किया था ताकि किसी भी किसान को नुकसान ना हो।

     बजट में युवाओं के लिए सेहत का भी ख्याल रखा गया है जिसके तहत बनारस में अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट स्टेडियम बनाने का ऐलान किया गया है इसके लिए ₹95 करोड़ की व्यवस्था की गई है, ₹50 करोड़ की व्यवस्था मेरठ में निर्माणाधीन मेजर ध्यानचंद विश्वविद्यालय के लिए भी की गई है। 'स्वामी विवेकानंद युवा सशक्तिकरण योजना' को इस वित्त वर्ष में लगभग 1500 करोड़ रुपए की व्यवस्था की गई है। उत्तर प्रदेश के पूर्व मुख्यमंत्री रहे कल्याण सिंह के नाम पर 'ग्राम में उन्नति योजना' शुरू की गई है इस योजना के तहत सभी गांवों में स्ट्रीट लाइटें लगेंगी इस योजना के लिए 22.50 करोड़ रुपए का प्रावधान किया गया है। 

     बजट में अयोध्या में प्रस्तावित मर्यादा पुरुषोत्तम श्री राम इंटरनेशनल एयरपोर्ट के निर्माण के लिए 201 करोड रुपए की भी व्यवस्था की गई है इसके साथ ही राम जन्मभूमि मंदिर तक पहुंचने के लिए अच्छी क्वालिटी के मार्ग निर्माण के लिए 300 करोड़ पर की व्यवस्था की गई है। संत रविदास संग्रहालय एवं संस्कृति केंद्र और संत कबीरदास संग्रहालय के लिए 25 - 25 करोड़ पर की व्यवस्था की गई है। बनारस में पर्यटन सुविधाओं के विकास एवं सौंदर्यीकरण के लिए 100 करोड़ पर की व्यवस्था की गई है।