News from - UOT
दीपशिखा कला संस्थान एवं यूनिवर्सिटी ऑफ़ टेक्नोलॉजी का अभिविन्यास कार्यक्रम आयोजित
दीपशिखा कला संस्थान एवं यूनिवर्सिटी ऑफ़ टेक्नोलॉजी के संयुक्त तत्वावधान में बुधवार को 2022-23 के नवीन सत्र की शुरुआत की गई। इसकी शुरुआत मां सरस्वती के माल्यार्पण एवं दीपप्रज्जवलन के साथ हुई। आयोजित अभिविन्यास कार्यक्रम में नए विद्यार्थियों ने शुरुआती तौर पर संस्थान के ढांचे व नियमो को समझा। इस कार्यक्रम में सीनियर फैकल्टी द्वारा यूजी के विभिन्न कोर्सेज के प्रथम वर्ष के विद्यार्थियों को उनके स्टडी मेटेरियल, कोर्स नॉलेज, फ्यूचर प्रॉस्पेक्टस, एग्जाम पैटर्न और करिकुलम, लाइब्रेरी लैब की जानकारी प्रदान की गई। इस दौरान सीनियर्स की ओर से भी फ्रेशर्स के लिए विभिन्न रंगारंग कार्यक्रमो पर प्रस्तुति दी गई। सीनीयर्स ने जूनियर्स को तिलक लगाकर करवाकर कॉलेज के पहले दिन की शुरूआत को यादगार बनाया।
कॉलेज के चेयरपर्सन प्रेम सुराणा ने स्टूडेंट्स को विभिन्न सेल्स - एंटी रैगिंग सेल तथा इसके मेम्बर्स, वीमन सेल एवं मेम्बर्स, कल्चरल सेल, एनएसएस, ग्रीवेंस सेल आदि के बारे में बताया। कॉलेज के वाइस चेयरपर्सन डॉ. अंशु सुराणा ने अपने वक्तव्य में बच्चों को पहले ही दिन से पूरी ऊर्जा और उत्साह के साथ अपने लक्ष्य के लिए जुट जाने को कहा। यूनिवर्सिटी की ओर से के डी कोचिंग संस्थान से समन्वय की भी घोषणा की गई. जो की इस प्रतिस्पर्धात्मक युग में महाविद्यालय के सभी छात्र- छात्राओं के सुनहरे भविष्य की ओर एक कदम है। उन्होंने विद्यार्थियों को अनुशासनात्मक जीवन का महत्व बताए हुए उनके उज्ज्वल भविष्य हेतु शुभकामनाएं दी।
कार्यक्रम के मुख्य अतिथि विश्व हिंदी साहित्य परिषद् के चांसलर एवं कानून विद्वान एच सी गणेशिया, राजस्थान सरकार, तकनिकी शिक्षा के भूतपूर्व प्रधान सचिव विपिन चंद्र शर्मा, जग्गन्नाथ यूनिवर्सिटी के भूतपूर्व प्रो वी सी वाई एस शिशोदिया, खंडार तहसील के विधायक अशोक बैरवा एवं सीनियर जर्नलिस्ट मिथिलेश जेमिनी जी ने अपने कॉलेज जीवन के कुछ विशेष अनुभवों को साझा किया और कहा की उतार चढ़ाव जीवन का अहम हिस्सा है पर लक्ष्य के प्रति हमारी ईमानदारी हमे सफल जरूर बनाती है।
यूनिवर्सिटी ऑफ़ टेक्नोलॉजी के प्रो वी सी डॉ अंकित गाँधी ने भी छात्रों को अपने करीअर के प्रति फोकस करने का मंत्र बताया । संस्थान की प्राचार्या डॉ रीनू लुल्ला ने विद्यार्थियों को संस्था के नियमों से अवगत कराते हुए अनुशासन सहित जीवन में निरंतर आगे बढ़ने हेतु प्रोत्साहित किया ।