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सांस्कृतिक प्रस्तुतियों से गूँजा परिसर
फार्मेसी केवल पेशा नहीं, बल्कि सेवा है
जयपुर। रीजनल कॉलेज ऑफ फार्मेसी, जयपुर में डी. फार्मा अंतिम वर्ष के विद्यार्थियों के लिए विदाई समारोह बड़े ही हर्षोल्लास और भावनात्मक माहौल में आयोजित किया गया। कार्यक्रम की शुरुआत रंगारंग सांस्कृतिक प्रस्तुतियों से हुई, जिनमें कला, कविता, रंगोली, एकल एवं समूह नृत्य जैसी गतिविधियों ने विद्यार्थियों की रचनात्मकता और उत्साह को प्रदर्शित किया।
समारोह के मुख्य अतिथियों में बद्रीनारायण यादव (डायरेक्टर, डॉ. प्लस फार्मेसी), जयप्रकाश अग्रवाल (फार्मासिस्ट, ESIC हॉस्पिटल, जयपुर), उमेश अग्रवाल (रजिस्ट्रार, जयपुर कॉलेज ऑफ फार्मेसी) और डा. रीता बिष्ट (प्राचार्य, दीपशिखा कॉलेज) शामिल रहे।
दीपशिखा कला संस्थान के चेयरमैन डा. प्रेम सुराना और वाइस चेयरमैन डा. अंशु सुराना ने विद्यार्थियों को उज्ज्वल भविष्य की शुभकामनाएँ देते हुए समाज के प्रति जिम्मेदार नागरिक बनने के लिए प्रेरित किया।
कॉलेज के प्रिंसिपल डा. ताराचंद ने अपने उद्बोधन में कहा कि “फार्मेसी केवल पेशा नहीं, बल्कि सेवा है।” उन्होंने छात्रों को अनुशासन और निष्ठा के साथ कार्य करने की सलाह दी। स्टाफ सदस्यों ने विद्यार्थियों को आश्वस्त किया कि उनके प्लेसमेंट और करियर निर्माण के लिए हरसंभव सहयोग प्रदान किया जाएगा।
सभी विद्यार्थियों ने अपने अध्ययन काल को यादगार बताते हुए कॉलेज के प्रति आभार व्यक्त किया। विदाई समारोह केवल एक औपचारिक कार्यक्रम नहीं रहा, बल्कि यह एक भावनात्मक विदाई और प्रेरणा का उत्सव बन गया, जिसने छात्रों के जीवन में नई शुरुआत का संदेश दिया।