कुदरत ने किसानों की मेहनत पर फेरा पानी
(आलू की फसल से पानी निकालते किसान- फोटो)
आगरा समेत मथुरा, फिरोजाबाद जिलों में बृहस्पतिवार रात बारिश के साथ हुई ओलावृष्टि ने खेतों में खड़ी फसलों को बर्बाद कर दिया। आलू के खेतों में पानी भर गया है। जिससे आलू का झोरा ठोस हो जाएगा और उसमें दबा आलू का बीज सड़ जाएगा। ओले पड़ने से सरसों की फसल गिर पड़ी है। इस कारण किसान परेशान है। प्रशासन ने फौरी तौर पर कोई मदद नहीं दी है। सिर्फ नुकसान के सर्वे के निर्देश दिए हैं।
आगरा के शमसाबाद में बेमौसम हुई बारिश एवं ओलावृष्टि से एक दर्जन से अधिक गांवों में आलू और सरसों की फसल को भारी नुकसान हुआ है। किसान सुबह से पंप लगाकर खेतों से पानी निकालने में जुट गए। ग्राम ऊंचा निवासी यतीश शर्मा का कहना है कि पानी भरने से आलू का बीज सड़ जाएगा। पूरी फसल बर्बाद हो जाएगी।
बाह में भी फसल में भारी नुकसान हुआ है। किसान जरार के राम प्रकाश कुशवाहा, बेसंगपुरा के राजवीर सिंह, नरहौली के किताब सिंह, क्वारी के सर्वदमन सिंह, गुंगावली के संजय तोमर, बिजौली के बाबूराम आदि ने बताया कि तेज हवा के साथ बारिश होने की वजह से सरसों की फसल खेतों में बिछ गई है। जिससे उपज प्रभावित होगी।
तांतपुर में बारिश कम हुई। यहां किसानों के चेहरे खिल गए हैं। वे बारिश को फसल के लिए रामबाण बता रहे हैं। इस बारिश से किसानों को खेतों में अच्छी फसल होने की उम्मीद है। गेहूं, जौ, चना, सरसों की फसल अच्छी होगी। वहीं खेरागढ़ और अन्य इलाकों में भी फसलों को नुकसान पहुंचा है
आगरा के सैंया विकास खंड के ग्राम कंचनपुर, अनूप का पुरा, खंगारपुरा व नगला बल्लू में बृहस्पतिवार रात ओलावृष्टि से आलू व सरसों की फसल को काफी नुकसान हुआ। नुकसान की भरपाई के लिए ग्रामीणों ने प्रशासन से मुआवजे की मांग की है।