पुलिस लाइन स्थित मस्जिद में शुक्रवार को बाहरी लोगों के नमाज पढ़ने को लेकर भारी हंगामा हो गया। पुलिस की मनाही के बाद भी पचास से अधिक लोग जबरन पुलिस लाइन स्थित मस्जिद में नमाज पढ़ने के लिए पहुंच गए। गेट पर बैरियर होने के बाद भी लोग अंदर घुसे और पुलिसकर्मियों से धक्कामुक्की करते हुए आगे बढ़ गए। सूचना मिलते ही अफसर भागकर पुलिस लाइन पहुंचे। इस दौरान नमाज पढ़ने पहुंचे लोगों से उनकी तीखी झड़प हुई। काफी मनौव्वल के बाद वे वापस लौटे।
(लोगों को समझाते पुलिस अधिकारी- फोटो)
पुलिस लाइन में पुलिसकर्मियों के आवास की तरफ मस्जिद है, जिसमें पुलिस लाइन में रहने वाले मुस्लिम समुदाय के पुलिस कर्मी ही नमाज अदा करते हैं। बीते शुक्रवार को पुलिस ने इस मस्जिद में सुरक्षा कारणों का हवाला देते हुए बाहरी लोगों के नमाज पढ़ने पर रोक लगा दी थी। शुक्रवार को जुमे के दिन दोपहर करीब पौने एक बजे पचास से भी अधिक लोग नमाज अदा करने के लिए पुलिस लाइन जाने लगे, इनमें कुछ अधिवक्ता भी थे।
पुलिस लाइन गेट पर लगे बैरियर पर तैनात पुलिसकर्मी उन्हें अंदर जाने से रोकने लगे। पुलिसकर्मियों का कहना था कि सुरक्षा कारणों के चलते एसपी ने बाहरी लोगों के मस्जिद में नमाज पढ़ने पर रोक लगा रखी है। इसे लेकर बहस होने लगी। नमाज पढ़ने के लिए पहुंचे लोग पुलिसकर्मियों से धक्कामुक्की करते हुए मस्जिद के अंदर घुस गए। उनका कहना था कि पहले भी वह यहां नमाज पढ़ते रहे हैं। ऐसे में उन्हें नमाज पढ़ने से नहीं रोका जाता। सूचना मिलते ही एएसपी पूर्वी सुरेंद्र द्विवेदी, सीओ सिटी अभय पांडेय भागकर पुलिस लाइन स्थित मस्जिद पहुंचे।
पुलिस लाइन गेट से मस्जिद तक भारी फोर्स तैनात कर दी गई। मस्जिद के अंदर से नमाज पढ़कर निकले लोगों से पुलिस अफसरों की तीखी झड़प हुई। पुलिस अफसरों का कहना था कि यह मस्जिद पुलिस लाइन में रहने वाले लोगों के लिए है। सुरक्षा कारणों से इसमें बाहरी लोगों को नहीं आने दिया जा सकता। इस पर नमाज पढ़ने पहुंचे लोग भड़क गए। उनका कहना था कि पहले भी वह इस मस्जिद में नमाज पढ़ते रहे हैं। उन्हें इबादत करने से कैसे रोका जा सकता है। काफी देर नोकझोंक और बहस के बाद नमाज पढ़ने पहुंचे लोग वापस हुए। तब जाकर पुलिस ने राहत की सांस ली। इस दौरान मेन गेट से मस्जिद तक पूरी सड़क छावनी में तब्दील रही।
गिरकर बेहोश हो गया सिपाही - पुलिस लाइन स्थित मस्जिद में रोक के बाद भी जबरन नमाज पढ़ने की सूचना पर भारी फोर्स बुला ली गई। मस्जिद से मेन गेट तक पुलिसकर्मियों को दौड़ाया जाने लगा। दौड़ते वक्त एक सिपाही अचानक गिरकर बेहोश हो गया। इससे खलबली मच गई। बाद में किसी तरह उसे होश में लाया गया।
मामला पूरी तरह से राजनीति से प्रेरित था। पुलिस लाइन में स्थित मस्जिद पुलिसकर्मियों और उनके परिवार के लोगों के लिए है। पहले दो-चार लोग बाहर के भी आ जाते थे तो ध्यान नहीं दिया जाता था। सुरक्षा कारणों के चलते पिछले शुक्रवार को मस्जिद में आने वाले लोगों को मना कर दिया गया था। शुक्रवार को कुछ लोगों ने अपनी राजनीति चमकाने के लिए मस्जिद में नमाज पढ़ने की जिद की। पुलिस लाइन में जबरन घुसने और पुलिसकर्मियों से धक्कामुक्की करने वालों को चिह्नित किया जा रहा है। उनके खिलाफ कार्रवाई होगी।