- इस मिसाइल की रेंज 290 किमी. है, निशाने से 20 किमी. की दूरी पर अपना रास्ता बदल पाएगा
- 200 किग्रा. वारहेड साथ ले जाने में सक्षम इस मिसाइल ने परीक्षण के सभी मापदंडों को पूरा किया
- (Photo - परीक्षण में सुपरसोनिक क्रूज ब्रह्मोस मिसाइल ने सभी मापदंडों को सफलतापूर्वक पूरा किया)
ब्रह्मोस मिसाइल के आर्मी वर्जन का परीक्षण मंगलवार को ओडिशा के चांदीपुरा स्थित इंटिग्रेटेड टेस्ट रेंज में सफल हुआ। इसे सुबह 8.45 बजे दागा गया। जहाज से दागे जाने पर यह ध्वनि से दोगुनी रफ्तार से वार करने में सक्षम है। ठोस प्रणोदक से चलने वाले इस मिसाइल की रेंज 290 किमी. है और यह निशाने से 20 किमी. की दूरी पर अपना रास्ता बदल सकती है। इस परीक्षण के बाद थल सेना के बेड़े में इसे शामिल किया जा सकता है।
परीक्षण के दौरान रक्षा शोध विकास संगठन (डीआरडीओ) और इंटिग्रेटेड टेस्ट रेंज के अधिकारी मौजूद थे। इसे काफी कम ऊंचाई से सतह स्थित एक निशाने पर दागा गया। डीआरडीओ अधिकारियो के मुताबिक, इसने परीक्षण के सभी मापदंडों को पूरा किया। इसकी लंबाई 9 मीटर है और यह 200 किग्रा. वारहेड ले जाने में सक्षम है।
भारतीय नौसेना के बेड़े में शामिल हैं ब्रह्मोस - ब्रह्मोस के आर्मी वर्जन को आरडीओ ने रूस की मिसाइल निर्माता कंपनी एनपीओ मैशिनोस्ट्रोनिया (एनपीओएम) के साथ मिलकर तैयार किया है। यह भारतीय नौसेना के बेड़े में पहले ही शामिल किया जा चुका है। नए संस्करण का प्रपल्शन सिस्टम, एयरफ्रेम, पॉवर सप्लाई समेत कई अहम उपकरण स्वदेश में ही विकसित किए गए हैं। यह मुख्य तौर पर पनडुब्बियों, जहाजों और नौकाओं को निशाने बनाने में मददगार साबित होगा।