देश के विभिन्न हिस्सों से संशोधित नागरिकता कानून (CAA) के खिलाफ हिंसक प्रदर्शनों की खबरें आ रही हैं। कई विश्विद्यालयों के छात्र प्रदर्शन कर रहे हैं ऐसे में दिल्ली यूनिवर्सिटी के छात्रों का एक वीडियो सामने आया हैं जिसमें छात्रों ने नागरिकता कानून के पक्ष में प्रदर्शन किया।
(Photo - नागरिकता कानून के पक्ष में प्रदर्शन किया - DU Students and ABVP Gujarat Students)
एक तरफ जहां देश के विभिन्न हिस्सों से संशोधित नागरिकता कानून (CAA) के खिलाफ हिंसक प्रदर्शनों की खबरें आ रही हैं। कई विश्विद्यालयों के छात्र प्रदर्शन कर रहे हैं ऐसे में दिल्ली यूनिवर्सिटी के छात्रों का एक वीडियो सामने आया हैं जिसमें छात्रों ने नागरिकता कानून के पक्ष में प्रदर्शन किया। साथ ही उन्होंने दिल्ली पुलिस जिंदाबाद के नारे भी लगाए। इसके अलावा अहमदाबाद में भी आज अखिल भारतीय विद्यार्थी परिषद गुजरात से जुड़े छात्र गांधी जी के साबरमती आश्रम के बाहर #IndiaSupportsCAA और #ISupportCAA_NRC के पोस्टर्स के साथ प्रदर्शन के लिए उतरे। ABVP Voice आने वाले दिनों में नागरिक संशोधन कानून और एनआरसी से जुड़ी भ्रांतियों को दूर करने के लिए बड़े पैमाने पर अभियान चलाएगा।
विवादों में घिरे संशोधित नागरिकता कानून और देश भर में राष्ट्रीय नागरिक पंजी (NRC) लागू करने के प्रस्ताव के खिलाफ जामिया मिल्लिया इस्लामिया के बाहर बुधवार को तीसरे दिन भी प्रदर्शन जारी रहा। प्रदर्शनकारियों ने विश्वविद्यालय के गेट नंबर सात के बाहर भारत का एक बड़ा सा मानचित्र टांगा, जिसमें उन स्थानों को चिह्वित किया गया, जहां अन्य विश्वविद्यालयों के छात्र भी सीएए के खिलाफ प्रदर्शन कर रहे थे। इन प्रदर्शनकारियों में छात्र एवं स्थानीय लोग दोनों शामिल थे।
एक और बड़े से पोस्टर में प्रदर्शनकारियों से, “बिना किसी हिंसा के इस गति को बरकरार रखने” की अपील की गई। आसपास के इलाकों और छात्रों ने सुबह करीब साढ़े 10 बजे गेट नंबर सात के बाहर जमा होना शुरू कर दिया। उन्होंने गृह मंत्री अमित शाह, सरकार और दिल्ली पुलिस के खिलाफ नारेबाजी की तथा सीएए को वापस लेने की मांग की। प्रदर्शनकारियों को संबोधित करते हुए एक छात्र ने कहा, ''हमें नहीं पता कि हम जीतेंगे या हारेंगे, मगर हमारी लड़ाई जारी रहेगी।''
रविवार को हुए हिंसक प्रदर्शन के बाद यह शांतिपूर्ण प्रदर्शन का तीसरा दिन है। सोमवार और मंगलवार को हजारों छात्रों ने सड़कों पर उतरकर रविवार को पुलिस द्वारा जामिया के पुस्तकालय के अंदर आंसू गैस छोड़ने और बिना इजाजत के विश्वविद्यालय परिसर में प्रवेश करने के मामले की जांच की मांग की। जामिया के छात्रों और पुलिसकर्मियों समेत कई प्रदर्शनकारी रविवार की हिंसा में जख्मी हुए थे। हिंसा में डीटीसी की चार बसों को आग लगा दी गई थी और 100 से ज्यादा निजी गाड़ियां और पुलिस की 10 बाइकों को भी क्षतिग्रस्त किया गया था।