कौन है वह बच्ची 'नागरिकता' जिसका पीएम मोदी ने अपने भाषण में किया जिक्र

      दिल्ली के रामलीला मैदान में रविवार को आयोजित जनसभा को संबोधित करने के दौरान प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने मजनूं का टीला इलाके में जन्मी उस बच्ची का भी जिक्र किया, जिसका नाम नागरिक संशोधन कानून के नाम पर 'नागरिकता' रखा गया है। दरअसल, मजनूं का टीला में रह रहे हिंदू शरणार्थी परिवार में जन्मी इस बच्ची का नाम इसके मां-बाप ने नागरिक संशोधन कानून के लोकसभा और राज्यसभा में पास होने के बाद खुश होकर 'नागरिकता' रख दिया है। इसकी मीडिया में काफी चर्चा भी हुई थी।  



 लोकसभा में नागरिकता संशोधन बिल के पास होने के बाद यह 11 दिसंबर को राज्यसभा में भी पूर्ण बहुमत के साथ पास हो गया। बिल के पास होने की खुशी में दिल्ली के मजनूं का टीला इलाके में हिंदू शरणार्थियों ने जमकर जश्न मनाया। इस दौरान लोगों ने न केवल मिठाइयां बांटीं, बल्कि पीएम नरेंद्र मोदी और अमित शाह के नारे भी लगाए। 


   इसी कड़ी में मजनूं का टिला में रह रहे एक पाक हिंदू शरणार्थी महिला ने अपनी बच्ची का नाम 'नागरिकता' रखकर सबको चौंका दिया। दरअसल, इस महीला ने दो दिन पहले यानी 9 दिसंबर को ही दो बेटियों को जन्म दिया था। इसके बाद 11 दिसंबर को राज्यसभा में जैसे ही इस बिल के पास होने की खबर आई तो महिला ने अपनी दो बेटियों में से एक का नाम नागरिकता रख दिया। 


   अपनी बेटी का नाम 'नागरिकता' रखने वाली इस महिला का कहना है कि हमने बिल पास होने की खुशी में बेटी का नाम नागरिकता रखा है। हमें बेहद खुशी है कि सालों से खानाबदोशी की हालत में जी रहे हम लोगों को एक ऐसा देश मिलेगा-नागरिकता मिलेगा, जहां हम जुल्म-ओ-सितम से दूर होंगे।


बुरे हाल में रहे यहां पर 800 से अधिक लोग - यहां पर 135 से अधिक परिवारों में 800 से अधिक लोग रहते हैं। शरणार्थी के रूप में जीवन गुजार रहे इन लोगों के पास कोई नियमित रोजगार भी नहीं है। वे किसी तरह मेहनत-मजदूरी करके अपना और अपने परिवार का पेट पालते हैं।