- मौलाना कल्बे जव्वाद ने कहा कि मुसलमानों को एनआरसी-सीएए से डरने की जरूरत नहीं
- जव्वाद बोले- NRC और CAA दोनों अलग हैं, NRC केवल असम के लिए है देश के लिए नहीं
- मौलाना ने राजनीतिक पार्टियों पर लगाया आरोप- सीएए को लेकर लोगों को भ्रमित कर रही हैं पार्टियां
(Photo - मौलाना कल्बे जव्वाद)
लखनऊ - शिया मौलाना कल्बे जव्वाद ने शनिवार को कहा कि CAA और एनआरसी ने मुसलमानों को कोई खतरा नहीं है। उन्होंने कहा कि अगर किसी को ऐसा कोई भ्रम है तो इस पर बात करनी चाहिए। उन्होंने कहा कि राजनीतिक पार्टियां इसे लेकर लोगों को मिसलीड करने की कोशिश कर रही हैं। उन्होंने मुस्लिम समुदाय के लोगों से संयम बरतने की अपील की।
जव्वाद ने कहा कि एनआरसी और CAA दो अलग-अलग चीजें हैं। एनआरसी को केवल असम में लागू किया जा रहा है, पूरे देश में नहीं। उन्होंने आगे कहा कि हमे अभी भी नहीं पता कि इसमें किस तरह के नियम बनाए गए हैं। पार्टियां इसे लेकर लोगों को मिसलीड कर रही हैं। उन्होंने कहा कि मैं मुस्लिम समुदाय के लोगों से अपील करता हूं कि संयम रखें। जव्वाद ने कहा कि इस्लाम कहता है कि दूसरों की संपत्ति को नुकसान नहीं पहुंचाया जाना चाहिए।
पार्टियां उठा रही हैं फायदाः जव्वाद - शिया धर्मगुरु ने कहा कि इस प्रोटेस्ट का फायदा राजनीतिक पार्टियां उठा रही हैं। ये लोग आते हैं और भीड़ में मिल जाते हैं। इसके बाद हिंसा फैलाते हैं। उन्होंने कहा कि इस्लाम कहता है कि किसी को भी दूसरे की संपत्ति को नुकसान नहीं पहुंचाना चाहिए। हमे स्थिति को शांतिपूर्ण बनाने की कोशिश करनी चाहिए। जव्वाद के अलावा शिया धर्मगुरु मौलान रजा हुसैन, सूफी धर्मगुरू मौलाना मोइनुद्दीन अशरफ, शिया धर्मगुरु मौलाना शबाहत हुसैन, सूफी धर्मगुरु मौलाना जलालुद्दीन, मौलाना हसनैन बकई, मौलाना अलीशाह मलंग समेत मुस्लिम समाज के कई नुमाइंदों ने प्रदेश में अमन के लिए समाज में जाकर उनका भ्रम दूर करने के लिए जनजागरण करने का निश्चिय किया।