कारगिल युद्ध (Kargil War) में पाकिस्तान पर भारी साबित होने वाले बहादुर विमान मिग-27 (MIG-27) को शुक्रवार को भारतीय वायुसेना (Indian Air Force) से विदाई दी गई. जोधपुर ऐयरबेस (Jodhpur airbase) पर आज सुबह एक समारोह में लड़ाकू विमान मिग-27 की एक मात्र स्क्वाडर्न स्कॉर्पियो के सभी फाइटर जेट एक साथ आखिरी उड़ान भरी. उड़ान ग्रुप कैप्टन राव के नेतृत्व में हुई, जिसमें 7 MIG-27 विमान अंतिम फ्लाईपास्ट किया. ये MIG-27 38 साल तक की देश की सेवा में रहे.
आखिरी उड़ान भरने के बाद ये सभी विमान फेज आउट हो जाएंगे. इसके साथ ही भारतीय वायुसेना ही नहीं दुनियाभर में MIG-27 विमान एक इतिहास बन जाएगा. रक्षा प्रवक्ता सोमवित घोष ने बताया कि मिग 27 की दुनियाभर की आखिरी स्क्वाडर्न जोधपुर में कार्यरत थी. इससे पूर्व हासीमारा एयरवेज पश्चिम बंगाल से मिग-27 के 2 स्क्वाड्रन रिटायर हो चुके हैं. आखिर में सिर्फ 7 मिग-27 बचे थे.