भारत बॉन्ड ईटीएफ 1.7 गुना बोलियों के साथ शुक्रवार को बंद हुआ. बॉन्ड के जरिए 12,000 करोड़ रुपये जुटाए गए.
- भारत बॉन्ड ETF में निवेश की खत्म हुई डेडलाइन
- 1.7 गुना बोलियों के साथ बंद हुआ भारत बॉन्ड ETF
बीते शुक्रवार यानी 20 दिसंबर को ''भारत बॉन्ड ETF'' में निवेश की अवधि समाप्त हो गई है. इस स्कीम में जिन लोगों ने भी निवेश किया है अब उनके मन में कई तरह के सवाल चल रहे हैं. मसलन, अब आगे निवेशकों के पैसे के साथ क्या होगा. इसके अलावा जो लोग निवेश से चूक गए हैं उन्हें क्या दोबारा मौका मिलेगा. आज हम आपको ऐसे तमाम सवालों के जवाब देंगे. लेकिन इससे पहले भारत बॉन्ड ईटीएफ के बारे में भी कुछ जानकारी जरूरी है..
सवाल- क्या है भारत बॉन्ड ईटीएफ?
जवाब- सरकार की ओर से जारी भारत बॉन्ड ईटीएफ निवेश का एक नया विकल्प है. पब्लिक सेक्टर अंडरटेकिंग (PSUs) के लिए पैसा जुटाने को सरकार ने निवेशकों के सामने यह विकल्प रखा है. पहले सरकारें सिर्फ बड़े निवेशकों के लिए बॉन्ड लॉन्च करती थीं लेकिन अब छोटे निवेशक भी जुड़ सकते हैं. इसमें आप सिर्फ 1000 रुपये से निवेश कर सकते हैं. हालांकि निवेश की डेडलाइन 20 दिसंबर को खत्म हो चुकी है.
सवाल -निवेशकों का रिस्पॉन्स कैसा रहा?
जवाब- भारत बॉन्ड ईटीएफ 1.7 गुना बोलियों के साथ शुक्रवार को बंद हुआ. बॉन्ड के जरिए 12,000 करोड़ रुपये जुटाए गए. इस ईटीएफ (एक्सचेंज ट्रेडेड फंड) का आकार 7,000 करोड़ रुपये था.
सवाल- मैंने 2000 रुपये निवेश किए हैं. अब आगे क्या होगा?
जवाब- अब आगे आपको यूनिट अलॉट होंगे. इस अलॉटमेंट की तिथि 26 दिसंबर तय की गई है.
सवाल - अलॉटमेंट के बाद क्या होगा?
जवाब-यूनिट्स अलॉटमेंट की तारीख से 5 कारोबारी दिनों के भीतर एनएसई और बीएसई पर सूचीबद्ध किया जाएगा.
सवाल- तो क्या यह इनिशियल पब्लिक ऑफरिंग्स (IPO) की तरह है?
जवाब- आईपीओ में शेयर अलॉटमेंट निश्चित नहीं होता है लेकिन भारत बॉन्ड ETF में आपको यूनिट मिलना तय है. यही वजह है कि जब आईपीओ के लिए कोई आवेदन करता है तो उसके बैंक अकाउंट की रकम फ्रीज हो जाती है जबकि भारत बॉन्ड ETF में पैसे फ्रीज नहीं बल्कि बैंक अकाउंट से कट गए हैं.
सवाल- तो क्या भारत बॉन्ड ETF के लिए हर महीने मेरे अकाउंट से पैसे कटेंगे?
जवाब-यह वन टाइम इन्वेस्टमेंट है. ऐसे में निश्चिंत रहिए, आपके बैंक अकाउंट से दोबारा पैसे नहीं कटेंगे.
सवाल- तो क्या मैं भारत बॉन्ड ETF में दोबारा निवेश नहीं कर सकता हूं?
जवाब- जनवरी के शुरुआती सप्ताह में इस स्कीम के दोबारा खुलने की संभावना है. ऐसे में अगर आप दोबारा निवेश करना चाहते हैं तो बिल्कुल कर सकते हैं. वहीं जो लोग निवेश से चूक गए हैं उनके लिए भी मौका होगा.
सवाल- कब अपने अलॉट हो चुके यूनिट को बेच सकता हूं?
जवाब- आप अपने अलॉट हो चुके यूनिट को 30 दिन के बाद कभी भी बिना किसी चार्ज के बेच सकते हैं. वहीं 30 दिन के भीतर बेचते हैं तो एग्जिट लोड 0.10 फीसदी लग सकता है.
सवाल: कब तक है मैच्योरिटी की अवधि?
जवाब- कोई भी निवेशक शॉर्ट टर्म में 3 साल और लॉन्ग टर्म में 10 साल के लिए निवेश कर सकता है. शॉर्ट टर्म में 6.69 फीसदी जबकि लॉन्ग टर्म में 7.58 फीसदी सालाना रिटर्न मिलने का दावा किया जा रहा है.