जयपुर के नाहरगढ़ बायोलॉजिकल पार्क (Nahargarh Biological Park) में बाघिन रंभा (Rambha) के टाइगर (Tiger) शावक रुद्रा उर्फ शेरखान (Rudra|Shere Khan) के तेवर एक साल बाद बदल गए हैं.
(Photo - रुद्रा उर्फ शेरखान)
राजस्थान की राजधानी जयपुर के नाहरगढ़ बायोलॉजिकल पार्क (Nahargarh Biological Park) में बाघिन रंभा के टाइगर शावक रुद्रा उर्फ शेरखान के तेवर एक साल बाद बदल गए हैं. पिछले साल पैदा हुए रुद्रा के पहले जन्मदिन पर मंगलवार को उसके इन्हीं तेवरों को देखने वन्यजीव प्रेमी बायोलॉजिकल पार्क पहुंचे हैं. एक साल पहले जो शावक महज 1 किलो था उसका वजन अब 80 किलो हो चुका है. कभी मां के पीछे दुबकने वाले रुद्रा के तेवर अब बदल गए हैं और उसकी गुर्राहट अब जंगली बाघ की दहाड़ बनती जा रही है.
पिछले साल 17 दिसंबर को आई थी रुद्रा के जन्म की खबर. तब इसका वजन 1 किलो था. एक साल पहले बाघिन रंभा के दो शावक हुए थे. सितम्बर में बदकिस्मती से रुद्रा की बहन रिद्धी की मौत हो गई, लेकिन रुद्रा ने अपनी जिंदगी का पहला साल पूरा कर लिया है. आमतौर पर जंगल में बाघ दो साल तक अपनी मां के साथ ही रहते हैं, लेकिन रुद्रा की मां रंभा के फिर गर्भधारण करने की उम्मीदों के चलते फिलहाल रुद्रा को मां से अलग कर दिया गया है. रुद्रा रोजाना आठ किलो मीट खाने लगा है, जिसमें दो किलो चिकन भी शामिल होता है. बायोलॉजिकल पार्क का स्टाफ रुद्रा को प्यार से शेरखान भी कह कर पुकारता है.