अजमेर शरीफ दरगाह (Ajmer Shareef Dargah) के दीवान सैयद जैनुल आबेदीन अली खान (Syed Zainul Abedin Ali Khan) ने सेना प्रमुख जनरल मनोज मुकुंद नरवणे (General Manoj Mukund Naravane) के बयान का खुलकर स्वागत किया है। उन्होंने भारत सरकार से अपील की है कि वे भारतीय सेना को निर्देश दें कि वे पाकिस्तान के कब्जे वाले कश्मीर (Pok) का भारत में विलय कराने के लिए जो भी उचित कदम हो उसे उठाए।
(File Photo - अजमेर शरीफ दरगाह के दीवान सैयद जैनुल आबेदीन अली खान)
सैयद जैनुल आबेदीन अली खान की भारत सरकार को की गई इस अपील का वीडियो सोशल मीडिया पर वायरल हो गया है। खान वीडियो में कहते हुए दिखाई दे रहे हैं, 'प्रत्येक जाति और पंथ का प्रत्येक नागरिक भारतीय सेना के साथ खड़ा है। पीओके हमेशा से भारत का हिस्सा रहा है... यहां तक कि 1948 से लेकर अबतक और भविष्य में भी यह भारत का हिस्सा ही रहेगा। वीडियो में दीवान कह रहे है कि अगर भारतीय सेना तैयार है, तो हम किस बात का इंतजार कर रहे हैं? मैं भारतीय सेना प्रमुख के इस बयान पर अभिभूत हूं।
क्या कहा था सेना प्रमुख ने - सेना के प्रमुख जनरल नरवणे ने शनिवार को कहा कि था कि अगर सरकार इजाजत दे तो बल प्रयोग कर गुलाम कश्मीर (पीओके) को वापस लेने के लिए भारतीय सेना तैयार है। संसद के प्रस्ताव के अनुरूप पीओके को वापस लेने का आदेश मिलता है तो सेना कार्रवाई करेगी। सेना प्रमुख के यह सख्त बयान ने पहले से ही भयभीत पाकिस्तान का खौफ और बढ़ा दिया है।
नागरिकता कानून का किया था समर्थन - इससे पहले दीवान सैयद जैनुअल आबेदीन ने नागरिकता संशोधन कानून (सीएए) का समर्थन किया था। उन्होंने कहा था कि नागरिकता कानून को लेकर देश में गलतफहमी फैलाई जा रही है। यह कानून देश के मुसलमानों के खिलाफ नहीं है। मुसलमानों को इससे डरने की जरूरत नहीं है, इससे किसी प्रकार से उनकी नागरिकता को खतरा नहीं है।