बेंगलुरु में टीम इंडिया का धमाका, ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ 2-1 से जीती वनडे सीरीज

     भारतीय टीम ने ऑस्ट्रेलिया को बेंगलुरु में खेले गए आखिरी और निर्णायक वनडे मुकाबले में 7 विकेट से हरा दिया है. इसी के साथ ही भारत ने तीन मैचों की वनडे सीरीज 2-1 से अपने नाम कर ली.



  • बेंगलुरु वनडे में 7 विकेट से भारत की जीत

  • भारत ने 2-1 से जीती तीन मैचों की सीरीज



     भारतीय टीम ने ऑस्ट्रेलिया को बेंगलुरु में खेले गए आखिरी और निर्णायक वनडे मुकाबले में 7 विकेट से हरा दिया है. इसी के साथ ही भारत ने तीन मैचों की वनडे सीरीज 2-1 से अपने नाम कर ली. बता दें कि तीन मैचों की वनडे सीरीज का पहला मैच ऑस्ट्रेलिया ने 10 विकेट से जीता था. इसके बाद दूसरे वनडे में भारत ने मेहमान टीम को 36 रनों से मात देकर शानदार वापसी की. बेंगलुरु में सीरीज के निर्णायक वनडे मुकाबले में भी भारतीय टीम ने ऑस्ट्रेलिया को मात देकर सीरीज अपने नाम कर ली. 


   बेंगलुरु में टॉस जीतकर पहले बल्लेबाजी करने उतरी ऑस्ट्रेलिया की टीम ने 50 ओवर में 9 विकेट गंवाकर 286 रन बनाए और भारत को सीरीज जीत के लिए 287 रनों का टारगेट दिया. जवाब में टीम इंडिया ने 47.3 ओवर में ही लक्ष्य हासिल करते हुए जीत दर्ज कर ली. भारत के लिए सलामी बल्लेबाज रोहित शर्मा ने 119 और कप्तान विराट कोहली ने 89 रन बनाए. श्रेयस अय्यर 35 गेंदों पर छह चौकों और एक छक्के की मदद से 44 रन बनाकर नाबाद लौटे. शिखर धवन के चोटिल होने के कारण केएल राहुल और रोहित शर्मा की जोड़ी ने टीम इंडिया के लिए पारी की शुरुआत की. इन दोनों ने अच्छी शुरुआत करते हुए पहले विकेट के लिए 69 रन जोड़ दिए. 13वें ओवर में एश्टन एगर ने केएल राहुल को एलबीडब्ल्यू आउट करते हुए भारत को पहला झटका दे दिया. राहुल इस मैच में 19 रन बनाकर आउट हो गए.


   कोहली और रोहित साझेदारी नहीं करते तो भारतीय मध्यक्रम के बूते जीत हासिल करना बेहद मुश्किल था. कप्तान और उप-कप्तान इस बात को अच्छे से जानते थे कि उन्हें साझेदारी करने की जरूरत है तभी टीम जीत हासिल कर सकती है. दोनों ने बिल्कुल यही किया और दूसरे विकेट के लिए 137 रनों की साझेदारी कर भारत को जीत के रास्ते पर बनाए रखा. इस बीच दोनों बल्लेबाजों ने दबाव से बखूबी निपटते हुए शतकीय साझेदारी पूरी की. कोहली इसी दौरान वनडे में सबसे तेजी से पांच हजार रन बनाने वाले कप्तान बने तो रोहित वनडे में सबसे तेजी से 9000 रन पूरे करने वाले तीसरे बल्लेबाज बने. इन दोनों के सामने न मिशेल स्टार्क चले और न ही पैट कमिंस.


   एडम जाम्पा भी इस बार कोहली को फंसा नहीं पाए, लेकिन इस बार वह रोहित को अपने जाल में फंसाने में सफल रहे. जाम्पा की गेंद पर बड़ा शॉट खेलने के प्रयास में रोहित, स्टार्क के हाथों लपके गए. रोहित ने 128 गेंदों की पारी में आठ चौके और छह छक्के मारे. उनका विकेट 206 के कुल स्कोर पर गिरा. अय्यर ने रोहित की कमी पूरी की और अपने कप्तान को अपना खेल खेलने की आजादी दी. अय्यर ने साथ ही अपने बल्ले से भी तेजी से रन बनाए. भारत को जीत के लिए जब 13 रनों की दरकार थी तभी जोश हेजलवुड ने कोहली को बोल्ड कर शतक पूरा नहीं करने दिया.  कोहली ने अपनी पारी में 91 गेंदें खेलीं और आठ चौके लगाए. अय्यर के साथ मनीष पांडे ने नाबाद आठ रन बनाते हुए टीम को जीत दिलाई. अय्यर ने अपनी पारी में 35 गेंदों का सामना किया. उनकी पारी में छह चौके और एक छक्का लगाया.


भारत को मिला 287 रनों का टारगेट


पहले बल्लेबाजी करने उतरी ऑस्ट्रेलिया की टीम ने 50 ओवर में 9 विकेट गंवाकर 286 रन बनाए और भारत को सीरीज जीत के लिए 287 रनों का टारगेट दिया. ऑस्ट्रेलियाई टीम के लिए स्टीव स्मिथ ने सबसे ज्यादा 131 रनों की पारी खेली.  स्मिथ के अलावा मार्नस लाबुशेन ने 54 और एलेक्स कैरी के 35 रन बनाए. भारत की तरफ से मोहम्मद शमी ने सबसे ज्यादा 4 विकेट लिए. रवींद्र जडेजा ने 2 विकेट झटके. नवदीप सैनी और कुलदीप यादव ने एक-एक विकेट झटके.