ख़बर मिली है कि आतंकी, सुरक्षाबलों को ज़हर से निशाना बनाने की साज़िश रच रहे हैं. ये आतंकी सेना के जवानों के खाने-पीने में ज़हरीले पदार्थ मिलाने की फ़िराक़ में हैं.
(Photo - भारतीय सेना)
जम्मू-कश्मीर से अनुच्छेद 370 (Article 370) के अधिकतर प्रावधान हटाए जाने और राज्य को दो केंद्र शासित प्रदेशों में बांटे जाने के फैसले के बाद से आतंकियों के मंसूबे लगातार नाकामयाब होते जा रहे हैं. घाटी में कड़ी सुरक्षा है जिसके चलते आतंकी वहां पर खौफनाक घटनाओं को अंजाम नहीं दे पा रहे हैं. ऐसे में आतंकी तंजीमे भारतीय सेना (Indian Army) को परेशान करने के लिए तरह-तरह के तरीके निकाल रही हैं. अब ख़बर मिली है कि आतंकी, भारतीय सेनाindian को ज़हर से निशाना बनाने की साज़िश रच रहे हैं. ये आतंकी सेना के जवानों के खाने-पीने में ज़हरीले पदार्थ मिलाने की फ़िराक़ में हैं. एक ख़ुफ़िया रिपोर्ट में आतंकियों के इन नापाक मंसूबों का खुलासा हुआ है.
साथ मिलकर प्लान बना रहे लश्कर और हिज्बुल - ख़ुफ़िया रिपोर्ट की मानें तो लश्कर-ए-तयैबा (Lashkar-e-Taiba) और हिज़्बुल मुजाहिदीन (Hizbul Mujahideen) के आतंकी, सुरक्षाबलों को नुकसान पहुंचाने के लिए इस तरह का खतरनाक प्लान बना रहे हैं. आतंकियों की दोनों तंजीमें साथ मिलकर ये प्लान बना रही हैं.
बड़ी वारदात को अंजाम देना चाहते हैं आतंकी - आतंकी अपने इन खूंखार इरादों को अंजाम देने के लिए कुलगाम में सुरक्षाबलों के कैंपों को निशाना बनाने की कोशिश कर रहे हैं. हमले की साज़िश के लिए ऐसे लोगों को चुना गया जिनका सुरक्षाबलों के कैंप में आसानी से आना-जाना है आतंकी सुरक्षाबलों के खाने और पानी में ज़हर मिलाकर बड़ी वारदात को अंजाम देना चाहते हैं.
पुलवामा हमले की बरसी के लिए भी साजिश रच रहे आतंकीवहीं शोपियां (Shopian) में हिजबुल मुजाहिदीन और जैश-ए-मोहम्मद (Jaish-e-Mohammad) के आतंकी हुए एक जुट होकर सुरक्षाबलों पर फ़िदायीन हमले की साज़िश रच रहे हैं. सूत्रों के मुताबिक आतंकियों ने 30 दिसंबर को पुलवामा हमले की बरसी के लिए साजिश रची है. इसके लिए जैश-ए-मोहम्मद के आतंकी यासीर पारे को ज़िम्मेदारी दी गई है. 2019 में 14 फरवरी को पुलवामा में आतंकियों ने सीआरपीएफ के काफिले को निशाना बनाकर फिदायीन हमला किया था जिसमें कि 40 से ज्यादा सुरक्षाबल शहीद हो गए थे.