चंडीगढ़ की मेयर बनीं बीजेपी की राजबाला मलिक - कांग्रेस उम्मीदवार को दी मात

     हरियाणा और पंजाब की राजधानी चंडीगढ़ को नया मेयर मिल गया है. भाजपा की उम्मीदवार राजबाला मलिक, कांग्रेस की उम्मीदवार गुरबख्श रावत को हराकर चंडीगढ़ की मेयर बन गई है. मेयर चुनाव में कुल 27 वोट पड़े जिसमें से 22 वोट राजबाला मलिक को पड़े हैं. भाजपा ने न सिर्फ मेयर की बल्कि सीनियर डिप्टी मेयर और डिप्टी मेयर के पद पर भी जीत हासिल की. 27 में से 22 वोट हासिल कर रविकांत शर्मा सीनियर डिप्टी मेयर बने और 22 वोट ही हासिल कर डिप्टी मेयर बने जगतार सिंह जग्गा. भाजपा क्रॉस वोटिंग रोकने में कामयाब रही है. 


(Photo -  भाजपा की उम्मीदवार राजबाला मलिक - चंडीगढ़ की मेयर)



     सांसद किरण खेर ने तीनों पदों पर जीत हासिल करने की खुशी व्यक्त करते हुए बताया कि भाजपा के सभी पार्षद एक जुट हैं. भाजपा के पास 20 पार्षद हैं, 1 अकाली दल के पार्षद और 1 उनका खुद का वोट है और सभी के सभी वोट उनकी पार्टी के उम्मीदवारों को ही पड़े. उन्होंने बताया कि इस बार क्रॉस वोटिंग का डर नहीं था. कांग्रेस ने जान बूझकर ऐसा दिखाने की कोशिश की. सांसद खेर ने कहा कि कांग्रेस को विवाद खड़े करने की बजाए अपने पार्षदों की संख्या बढ़ाने पर ध्यान देना चाहिए. पहले सिर्फ 4 पार्षद थे. एक हमारा पार्षद चला गया तो 5 हो गए.


    पेशे से वकील राजबाला मलिक साल 2012 में भी मेयर रह चुकी हैं लेकिन उस समय वह कांग्रेस पार्टी में थीं. साल 2014 में वह कांग्रेस पार्टी छोड़कर भाजपा में शामिल हो गई थीं. जीत हासिल करने के बाद राजबाला मलिक ने बताया कि वो जिस भी पार्टी में रही हैं वो वफादार रही हैं. उन्होंने कहा कि शहर को स्वच्छता और हर चीज में नंबर वन पर लाना है. हरियाणा के डिप्टी सीएम द्वारा उनके नाम की सिफारिश करने पर उन्होंने कहा मुझे सिर्फ यह पता है पार्षदों ने उन्हें मेयर बनाया. उन्होंने कहा कि नगर निगम को वित्तीय संकट से निकालना हो या स्ट्रीट वेंडर्स से जुड़े मुद्दे हों तो सबको हल करूंगी. उन्होंने कहा कि कोई भी कदम उठाने से पहले जनता की राय ली जाएगी. उन्होंने काम में पारदर्शिता लाने की बात कही. 


    वहीं सीनियर डिप्टी मेयर और डिप्टी मेयर ने शहर के विकास को अपनी प्राथमिकता बताया. सीनियर डिप्टी मेयर रविकांत शर्मा ने कहा कि नगर निगम को वित्तीय संकट से निकालेंगे तो वहीं मनीमाजरा से पार्षद और डिप्टी मेयर जगतार जग्गा ने कहा कि शहर के विकास के लिए काम करेंगे और मनीमाजरा के साथ सेक्टर 13 लगने से लोगों को लाभ मिलेगा. चंडीगढ़ में मेयर का कार्यकाल एक साल का होता है. पिछले दो चुनावों में भाजपा के पार्षदों में गुटबाजी के कारण क्रॉस वोटिंग से यहां भाजपा को नुकसान पहुंचा वहीं इसका फायदा कांग्रेस के पार्षदों ने उठाया था. इसलिए इस बार क्रॉस वोटिंग रोकना भाजपा के लिए चुनौती बनी हुई थी. क्योंकि भाजपा में मेयर पद के लिए राजबाला मलिक के साथ साथ हीरा नेगी भी रेस में थीं लेकिन नामांकन से कुछ पल पहले ही राजबाला मलिक के नाम की घोषणा के कारण भाजपा को हीरा नेगी का समर्थन कर रहे पार्षदों की तरफ से क्रॉस वोटिंग का डर सता रहा था. चंडीगढ़ में कुल 26 पार्षदों में यहां भाजपा के पास 20 पार्षद हैं और 1 पार्षद अकाली दल का है तो वहीं कांग्रेस के पास सिर्फ 5 पार्षद हैं.