पाकिस्तान भारत में आतंक फैलाने का काम करता रहता है, ये किसी से छिपा नहीं है। दर्जनों बार इसके तमाम उदाहरण जमा करके उसे पाकिस्तान और अंतरराष्ट्रीय मंच पर भी भारत रख चुका है मगर उसके बाद भी पाकिस्तान से इस पर अंकुश लगाने के लिए कोई काम नहीं किया जा रहा है। और तो और पाकिस्तान सरकार में तमाम मंत्री और नेता भी खुले मंच से इस बात को स्वीकार करते हैं कि पाकिस्तान भारत में तमाम तरह की आतंकी गतिविधियां संचालित करता है। पाकिस्तान के आतंकी भारत में अकेले जाकर बड़ा हमला करके चले आते हैं और भारत हाथ मलता रह जाता है। भारत में ये डर आज से नहीं बल्कि महमूद गजनवी के समय से ही बना हुआ है।
पाकिस्तान के जियो टीवी के कैपिटल टॉक कार्यक्रम में बुधवार को इमरान और अन्य दलों की पार्टियों के नेताओं ने खुले मंच ये बातें कहीं। इस कार्यक्रम में आए इमरान खान की पार्टी के मंत्री अली मोहम्मद खान ने कहा कि पाकिस्तान के आतंकी भारत में बड़ा हमला करके चले आते हैं और भारत हाथ मलता रह जाता है। यहां का एक अकेला आतंकी उनके कैंप, पार्लियामेंट और अन्य जगहों पर हमला कर आता है, उसके बाद वो उसका रोना रोते रहते हैं। इस कार्यक्रम की एंकरिंग हामिद मीर कर रहे थे और इसमें सीनेट के मुसाहिद हुसैन, मुस्तफा नवाज खोखर और अली मोहम्मद खान शामिल थे।
प्रधानमंत्री मोदी ने मंगलवार को कहा था कि भारतीय सशस्त्र बलों को पाकिस्तान को धूल चटाने में हफ्ते-दस दिन से ज्यादा समय नहीं लगेगा। प्रधानमंत्री के इस बयान पर भी टॉक शो में मौजूद तीनों नेताओं ने कहा कि भारत पाकिस्तान को हल्के में ले रहा है जबकि वो अपने को नहीं संभाल पाता है। यदि जंग होगी तो पुराने हिसाब भी बराबर कर लिए जाएंगे। इसी कैपिटल टॉक में भारत के प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और अमेरिका के डोनल्ड ट्रंप की नीतियों पर भी चर्चा की गई। इसमें कहा गया कि ट्रंप की मोहब्बतें पाकिस्तान को नफरत का पैगाम दे रही हैं। उनका पहला प्यार भारत है और दूसरा प्यार नेतान्याहू। इसी कार्यक्रम में कहा गया कि यदि पाकिस्तान न्यूक्लियर पॉवर कंट्री न होती तो भारत ने हमला कर दिया होता।
अली मोहम्मद खान ने कहा का पाकिस्तान का एक अकेला आदमी जाकर भारत के कैंपों पर हमला कर देता है और वहां लोगों को मारकर आ जाता है। हर 10 साल के अंदर ऐसा एक बड़ा हमला कर दिया जाता है, भारत के लोग सोचते रह जाते हैं। भारत की फौज कमजोर है। वो किसी भी तरह की स्थिति में युद्ध लड़ने के लिए तैयार नहीं है।
मोहम्मद खान ने कहा कि हम वो करेंगे, जो कभी सोचा नहीं गया होगा। पाकिस्तान के दुश्मन जान लें, एक ऐसी नस्ल बढ़ चुकी है जिनको पता था कि कायदे आजम की सोच क्या थी। अब वो इसी पर काम कर रहे हैं। इमरान खान जो बात कर रहे हैं कि कोई भी फैसला करेंगे वो हित में होगा। अफगानिस्तान में अमन होगा तो सब जगह अमन होगा। मुसाहिद ने कहा कि अमेरिका से कश्मीर के मामले में हस्तक्षेप करने की बात कही जा रही है मगर वो इसमें रूचि नहीं ले रहे हैं। वो किसी भी तरह से इस मामले में मध्यस्थ नहीं हो सकते हैं।
मुस्तफा नवाज खोखर ने कहा का जिस तरह से पाकिस्तान की सेना किसी भी तरह और किसी भी परिस्थिति में युद्ध लड़ने के लिए तैयार है वैसी भारतीय सेना के पास क्षमता नहीं है। हमारे सैनिक मुश्किल से मुश्किल हालात में जंग लड़ने के काबिल हैं जबकि भारत के पास ऐसी शक्ति नहीं है। अभी तक भारत ये सोचा करता था कि वो किसी भी समय पाकिस्तान में घुसकर हमला कर सकता है, मगर अब उनको अपने ख्याल बदलने होंगे।पाकिस्तान के पास भी हर स्थिति से निपटने की पूरी क्षमता है।