जीएसवीएम मेडिकल कॉलेज में एमबीबीएस अंतिम वर्ष की लापता छात्रा की लाश करीब 15 घंटे के रेस्क्यू के बाद शुक्लागंज गंगा घाट किनारे पुलिस ने बरामद कर ली।
(File Photo - अमृता - मेडिकल कॉलेज में एमबीबीएस अंतिम वर्ष की छात्रा थी)
मूल रूप से जालौन के जुगराजपुरा निवासी ग्रामीण अभियंत्रण सेवा (आरईएस) के इंजीनियर रामसनेही सिंह की छोटी बेटी अमृता मेडिकल कॉलेज में एमबीबीएस अंतिम वर्ष की छात्रा थी। उसकी हॉस्टल रूम पार्टनर अनुषी ने बताया कि गुरुवार दोपहर करीब 12 बजे अमृता निकली थी। काफी देर तक नहीं लौटने पर कॉल किया लेकिन फोन रिसीव नहीं हुआ। इस पर उसने साथी छात्राओं से चर्चा करने के साथ ही खोजबीन शुरू कर दी। खोजते हुए गंगा बैराज पर पहुंची तो 17 नंबर गेट के पास उसकी स्कूटी खड़ी मिली। स्कूटी की डिक्की में पर्स और मोबाइल भी पाया गया था। अनहोनी में पुलिस ने गुरुवार रात में ही गोताखोरों की मदद से तलाश शुरू कर दी थी लेकिन ज्यादा रात हो जाने के कारण काम रोक दिया गया था। शुक्रवार को फिर छात्रा की तलाश शुरू हुई है। गेट नंबर 22 के पास छात्रा की चप्पलें उतराईं मिली है। शाम करीब साढ़े पांच अमृता की लाश शुक्लागंज स्थित गंगा के किनारे मिली। गंगा बैराज से शुक्लागंज की दूरी करीब आठ किमी है।
सहेली बोली, परीक्षा को लेकर तनाव में चल रही थी छात्रा - एमबीबीएस छात्रा अमृता की रूममेट अनुषी ने बताया कि हाल में ही हुए टर्म एग्जाम को लेकर वह काफी तनाव में थी। इसके साथ ही 11 फरवरी से फाइनल एग्जाम भी होने हैं। अनुषी ने परिजनों को बताया कि सिर्फ इस बार ही नहीं वह पिछले तीन साल से ही तनाव में चल रही थी लेकिन हर बार वह इससे निकल जाती थी। इस बार पता नहीं क्यों कुछ ज्यादा ही सीरियस हो गई थी।