साल के पहले दिन इसरो के चेयरमैन के सिवन ने देश को खुशखबरी देते हुए कहा कि मिशन चंद्रयान 3 के प्रोजेक्ट को मंजूरी मिल गई है और इस दिशा में काम शुरू हो गया है.
(Photo - इसरो के चेयरमैन के सिवन)
नए साल के अवसर पर भारतीय अंतरिक्ष अनुसंधान संगठन (इसरो) ने अपने नए संकल्पों को घोषित किया है. साल के पहले दिन इसरो के चेयरमैन के सिवन ने देश को खुशखबरी देते हुए कहा कि मिशन चंद्रयान 3 के प्रोजेक्ट को मंजूरी मिल गई है और इस दिशा में काम शुरू हो गया है. इसके साथ ही कहा कि गगनयान मिशन का काम लगभग पूरा हो गया है. गगनयान मिशन की डिजाइनिंग का काम पूरा हुआ.
चंद्रयान-2 के बारे में इसरो के चीफ ने कहा कि इस दिशा में बड़ी प्रगति हुई है. हालांकि उसकी लैंडिंग सफलतापूर्वक नहीं हो सकी लेकिन ऑर्बिटर अभी भी काम कर रहा है. यह अगले सात साल तक काम करता रहेगा और साइंस डाटा देता रहेगा. इसके साथ ही उन्होंने कहा कि दूसरे स्पेस पोर्ट के लिए जमीन अधिग्रहण का काम शुरू हो गया है और ये पोर्ट तमिलनाडु के टुथुकुड़ी में होगा.
इसरो ने चंद्रयान-2 के ऑर्बिटर द्वारा चांद की सतह की ली गई तस्वीर पिछले अक्टूबर में जारी की थीं. हाई रेजॉलूशन कैमरे द्वारा ली गई तस्वीर पर चांद की सतह बेहद साफ नजर आईं. बता दें कि ऑर्बिटर चांद की कक्षा का चक्कर लगा रहा है और यह 7.5 साल तक काम करता रहेगा. दरअसल, लैंडर विक्रम को चंद्रमा के दक्षिणी ध्रुव पर उतरना था, मगर इसकी सॉफ्ट लैंडिंग से पहले ही भारतीय अंतरिक्ष अनुसंधान (इसरो) का इससे संपर्क टूट गया था.