'आज के शिवाजी नरेंद्र मोदी' किताब पर बवाल
इस पुस्तक के अध्याय एक में शिवाजी महाराज और पीएम नरेंद्र मोदी की समानता बताते हुए बाएं पन्ने पर शिवाजी महाराज और पीएम मोदी का समान कद वाला चित्र दिखाया गया
दिल्ली बीजेपी नेता जय भगवान गोयल की किताब 'आज के शिवाजी नरेंद्र मोदी' में प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी की तुलना शिवजी महाराज से करने पर विवाद मचा हुआ है. शिवसेना ने अपने मुखपत्र सामना के जरिए इस किताब को लेकर बीजेपी और इस किताब के लेखक पर निशाना साधा है. इस किताब के पहले दो पन्नो में शिवाजी महाराज और पीएम नरेंद्र मोदी की समानता का अध्याय शारीरिक बनावट से ही शुरू होता है. किताब में लिखा है, 'शिवाजी मध्यम कद के थे. इससे यकायक मेरे सामने नरेंद्र मोदी आए! वे भी मध्यम कद के ही है !'
इस पुस्तक के अध्याय एक में शिवाजी महाराज और पीएम नरेंद्र मोदी की समानता बताते हुए बाएं पन्ने पर शिवाजी महाराज और पीएम मोदी का समान कद वाला चित्र दिखाया गया। इस किताब को लेकर महाराष्ट्र में सियासी घमासान शुरू हो गया है. इस किताब में पीएम मोदी की तुलना शिवाजी महाराज से की गई है.
शिवसेना, कांग्रेस और एनसीपी नेताओं ने इसके लिए बीजेपी को आड़े हाथों लिया. वहीं शिवाजी के वंशज और सतारा से बीजेपी विधायक शिवेंद्र राजे भोसले ने पार्टी से किताब को सर्कुलेशन से हटाने की अपील की है. कांग्रेस ने इस किताब के विरोध में आज राज्यभर (महाराष्ट्र) में प्रदर्शन कर रही है.
शिवसेना ने सामना में लिखा, 'PM के तौर पर मोदी का तोड़ नहीं, लेकिन शिवाजी से तुलना गलत' - बीजेपी नेता की किताब 'आज के शिवाजी नरेन्द्र मोदी' के विमोचन को लेकर शिवसेना ने बीजेपी पर निशाना साधा है. शिवसेना ने सामना में लिखा है, 'भाजपा के एक चमचे ने एक किताब लिखी जिसका नाम है"आज के शिवाजी नरेंद्र मोदी". इस किताब का विमोचन भाजपा के दिल्ली कार्यालय में हुआ. महाराष्ट्र की 11 करोड़ जनता को ये बिलकुल पसंद नही आया. मोदी एक कर्तबगार और लोकप्रिय नेता हैं ,देश के प्रधानमंत्री के रूप में उनका कोई तोड़ नहीं फिर भी वे देश के छत्रपति शिवाजी हैं क्या?...
....उन्हें छत्रपति शिवराय का स्थान देना सही है क्या? इसका उत्तर एक स्वर में यही है, ‘नहीं… नहीं…!’ उनकी तुलना जो लोग शिवाजी महाराज से कर रहे हैं उन्होंने छत्रपति शिवाजी राजे को समझा ही नहीं. अभी जो लोग श्री मोदी को ‘आज के शिवाजी’ के रूप में संबोधित कर रहे हैं इन्हीं लोगों ने लोकसभा चुनाव के पहले मोदी को विष्णु का तेरहवां अवतार माना था. कल विष्णु के अवतार, आज ‘शिवाजी’. इसमें देश, देव और धर्म का अपमान है ही लेकिन मोदी भी घेरे में हैं.'