संजय राउत भले ही पलटे लेकिन हाजी मस्तान के बेटे ने किया कांग्रेस के 'अंडरवर्ल्ड कनेक्शन' का खुलासा

     मुंबई के वरिष्ठ पत्रकार बलजीत परमार का दावा है कि करीम लाला और इंदिरा गांधी के बीच साल 1973 में एक बार मुलाकात हुई थी. 


(File Photo - left से राजीव गाँधी, करीम लाला व् इंदिरा गाँधी) 



     शिवसेना सांसद संजय राउत के इंदिरा गांधी और अंडरवर्ल्ड डॉन क़रीम लाला पर दिए बयान को लेकर भले कांग्रेस नाराज है. शायद इसी वजह से संजय राउत को अपने बयान पर खेद जताना पड़ा है लेकिन ये सच है कि अंडरवर्ल्ड डॉन करीम लाला से कई नेता मिलने जाते थे और करीम लाला कई नेताओं से मिलता था. 


    हाजी मस्तान के बेटे सुंदर शेखर ने भी दावा किया कि कांग्रेस के सभी बड़े नेता करीम लाला और हाजी मस्तान से मिलते थे. शेखर ने कहा, "यह बात सही है. मै गवाह हूं. वो सब कांग्रेस में थे."  वरिष्ठ पत्रकार बलजीत परमार का दावा है कि करीम लाला और इंदिरा गांधी के बीच साल 1973 में एक बार मुलाकात हुई थी. मशहूर लेखक अभिनेता और कवि हरिंद्रनाथ चट्टोपाध्याय को पद्मभूषण पुरस्कार दिया जाना था. इस दौरान उनसे करीम लाला ने राष्ट्रपति भवन देखने की इच्छा जताई थी और साथ जाने की गुजारिश की थी. पुरस्कार वितरण समारोह के दौरान कई जानी मानी हस्तियां वहां मौजूद थी. इस दौरान करीम लाला और इंदिरा गांधी की मुलाकात हुई.




   उधर, महाराष्ट्र कांग्रेस के अध्यक्ष बालासाहेब थोराट ने इस पूरे प्रकरण पर प्रतिक्रिया देते हुए कहा, "संजय राउत का बयान बिलकुल गलत है. भविष्य में ऐसा बयान दोबारा हम सहन नहीं करेंगे. हमने मुख्यमंत्री उद्वव ठाकरे से अपनी शिकायत दर्ज कराई है." इधर, महाराष्ट्र के गृहमंत्री अनिल देशमुख ने कहा, "संजय राउत के बयानों को सुनने के बाद मैं उस पर गृह मंत्रालय का पक्ष रखूंगा. क्या कहा उसे सुनने और उसकी जांच परख के बाद बोलूंगा." 


   बीजेपी ने कांग्रेस और अंडरवर्ल्ड के बीच रिश्तों के आरोप की सीबीआई जांच करे. बीजेपी नेता किरीट सोमैया ने कहा कि  राहुल गांधी सफाई दें. मुख्यमंत्री उद्धव ठाकरे सीबीआई जांच की सिफारिश करें.


जानिए कौन था डॉन करीम लाला - मुंबई का अंडरवर्ल्ड डॉन और पठान गैंग का मुखिया था. हाजी मस्तान से पहले मुंबई में अपराधियों का सरगना. करीम लाला का असली नाम अब्दुल करीम शेर खान था. अफगानिस्तान में पैदा हुआ, पश्तून समुदाय से ताल्लुक रखता था. सोशल क्लब के नाम पर जुए का अड्डा चलाने का आरोप था. मुंबई पोर्ट पर गहनों, सोने, हीरों की तस्करी का आरोप था. आजादी से पहले काले धंधों से बहुत पैसा कमाने का आरोप था. करीम लाला, हाजी मस्तान और वरदाराजन में वर्चस्व की लड़ाई रही. दाऊद इब्राहिम से काले धंधे को लेकर लड़ाई चर्चा में रही. दाऊद के भाई शब्बीर की हत्या में पठान गैंग का नाम सामने आया था. 2002 में मुंबई में करीम लाला की मौत हो गई.