परमाणु वार्ता की मियाद खत्म - अमेरिका के साथ स्थगित परमाणु वार्ता की मियाद पूरी होने के बाद उत्तर कोरियाई नेता किम जोंग उन ने सख्त तेवर अपनाया है। किम ने अमेरिका को चेतावनी देते हुए कहा है कि जल्द ही उत्तर कोरिया अपनी सामरिक जरूरतों के मुताबिक हथियारों को विकसित करेगा। किम ने इस बाबत अमेरिकी दबाव को खारिज कर दिया है। किम के इस बयान के साथ एक बार फिर अमेरिका और उत्तर कोरिया के बीच कूटनीतिक संघर्ष बढ़ सकता है। इससे दोनों देशों के बीच तनाव बढ़ने की आंशका बढ़ गई है
(File Photo - डोनाल्ड ट्रंप & किम जोंग)
पोम्पिओ के बयान के बाद किम ने अमेरिका को चेताया - किम जोंग का यह बयान ऐसे समय आया है, जब हाल में अमेरिकी विदेश मंत्री माइक पोम्पिओ ने उत्तर कोरिया के साथ स्थगति परमाणु वार्ता पर एक सकारात्मक पहल की बात की थी। इससे दोनों देशों के बीच सामान्य संबंधों के बहाल की बात कही थी। पोम्पिआ का इस बयान के 48 घंटे बाद ही किम जोंग का यह बड़ा बयान सामने आया है। हालांकि, अभी तक किम के बयान पर अमेरिका की अधिकारिक प्रतिक्रिया नहीं आई है। लेकिन अब यह देखना दिलचस्प होगा कि स्थगित परमाणु वार्ता की मियाद पूरी होने के बाद अमेरिका की नई रणनीति क्या होती है।
परमाणु हथियार के परीक्षण में कोई दबाव नहीं - किम ने संकेत दिया है कि उत्तर कोरिया अब परमाणु हथियारों और अंतरमहाद्वीपीय बैलिस्टिक मिसाइलों के परीक्षण जारी रखेगा। उन्होंने कहा कि इस बाबत वह अमेरिका के वचन को मानने के लिए बाध्य नहीं है। किम ने कहा कि अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने इन वार्ताओं को एक बड़ी कूटनीतिक जीत के रूप में पेश किया है। वह अमेरिका में इसका राजनीतिक लाभ लेना चाहते हैं।
ट्रंप ने कहा कि किम ने अनुबंध पर हस्ताक्षर किए थे - अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने मंगलवार को कहा था कि उत्तर कोरियाई नेता किम जोंग उन ने परमाणुकरण के बारे में एक अनुबंध पर हस्ताक्षर किए थे और उन्होंने सोचा था कि उत्तर कोरियाई नेता अपने शब्दों पर टिके रहने वालों में से हैं। ट्रंप का ये बयान तब आया है जब किम ने कहा कि उनका देश परमाणु कार्यक्रम विकसित करना जारी रखेगा और निकट भविष्य में 'नया रणनीतिक हथियार' पेश करेगा, ट्रप ने कहा कि उन्हें किम का साथ मिला और हमें वही करेंगे जो हमें करना है।