दिल्ली - समान गोत्र में विवाह, लड़की को मारकर शव 100 किमी दूर फेंक आए परिजन

     दिल्ली में ऑनर किलिंग के सनसनीखेज मा्मला सामने आया है। न्यू अशोक नगर में एक परिवार अपनी ही बेटी को मारकर उसका शव अलीगढ़ फेंक आया। समान गोत्र के युवक से शादी करना इस हत्याकांड की वजह माना जा रहा है।



  • राजधानी दिल्ली में सामने आया हॉरर किलिंग का मामला

  • परिजनों ने लड़की को मारकर 100 किमी दूर फेंका शव

  • मृतका ने अपने ही गोत्र के युवक से किया था विवाह

  • हत्याकांड में माता-पिता समेत 6 परिजनों हुए गिरफ्तार

  • (File Photo - मृतका शीतल चौधरी)



     न्यू अशोक नगर इलाके में एक लड़की की हत्या का शव को दिल्ली से 100 किलोमीटर दूर अलीगढ़ में फेंक दिया गया। शुरुआती जांच में इस वारदात को हॉरर किलिंग के तौर पर देखा जा रहा है। परिजनों से छिपकर एक ही गोत्र के युवक से शादी को इस हत्याकांड की वजह माना जा रहा है। मामले में न्यू अशोक नगर पुलिस ने माता-पिता समेत छह लोगों को गिरफ्तार कर लिया है। मृतका की पहचान शीतल चौधरी के तौर पर हुर्ई है।


   हत्या के बाद परिवार लाश को कार की सीट पर बिठाकर ले गया। परिवार को शक था कि उसकी पड़ोस के एक युवक से दोस्ती है। शक ये भी था कि उसने शादीशुदा होते हुए भी आर्य समाज मंदिर में चुपके से पड़ोसी युवक से शादी कर ली थी। जब शीतल का मोबाइल नंबर नहीं मिला तो उनके दोस्त ने न्यू अशोक नगर थाने में परिवार पर आशंका जताते हुए केस दर्ज कराया। वारदात के 22 दिन बाद इस पूरे केस से पर्दा उठ सका।

   

   बहरहाल पुलिस ने शुक्रवार को मृतका की मां सुमन, पिता रविन्द्र, ताऊ संजय, फूफा ओम प्रकाश, फूफा के बेटे परवेश, रिश्तेदारी में रविन्द्र के दूसरे दामाद अंकित को गिरफ्तार किया है। परिवार ने पुलिस के सामने कबूल किया है कि काफी समझाने पर भी वह शादी तोड़ने के लिए तैयार नहीं हुई तो उन्होंने उसकी हत्या कर दी। पुलिस के मुताबिक, शीतल परिवार सहित न्यू अशोक नगर इलाके में रहती थी। परिवार में पिता रविन्द्र, मां व अन्य परिजन हैं। पड़ोस में ही परिवार के साथ उनका दोस्त रहता है। परिवार को शक था कि दोनों के बीच तीन साल से गहरी दोस्ती है। पिछले साल अक्टूबर महीने में दोनों ने परिजनों से छिपकर शादी भी कर ली थी, लेकिन इसके बारे में भी किसी को कुछ पता नहीं था।

   30 जनवरी के बाद से ही दोस्त की न तो शीतल से मुलाकात हुई थी और न ही फोन पर बात हुई थी। उसने पहले आसपास तलाशा। फिर 17 फरवरी को थाने जाकर अपहरण का केस दर्ज कराया था। पुलिस केस दर्ज कर छानबीन शुरू की। शीतल की तलाश में उसके घर पहुंची तो परिजनों ने बताया कि वह अपने फूफा के घर चली गई है। पुलिस फूफा के घर पहुंची तो शीतल वहां भी नहीं मिली। पुलिस को परिजनों पर शक हुआ। जिसके आधार पर सभी की कॉल डिटेल निकाली गई। जिसके बाद कड़ियां जुड़ती चली गईं। सख्ती से पूछताछ करने पर सच सामने आ गया।

   उन्होंने बताया कि 30 जनवरी को ही शीतल की हत्या कर शव को अलीगढ़ की जवां नहर में फेंक दिया गया था। वह दो कार लेकर अलीगढ़ गए थे। इस के बाद दिल्ली पुलिस ने यूपी पुलिस से संपर्क किया। जिससे पता चला कि 30 जनवरी को नहर से पुलिस को एक लड़की की लाश मिली थी। पहचान न हो पाने पर पुलिस ने 2 फरवरी को उसका अंतिम संस्कार कर दिया था। हालांकि शीतल की फोटो व कपड़ों से उसकी पहचान कर ली गई। पुलिस सूत्रों के मुताबिक, शीतल के दोस्त ने पुलिस को बताया कि शादी करने के बाद शीतल ने ही उससे कहा था कि वह अभी इसके बारे में किसी को नहीं बताएंगे। उसने कहा था कि अभी घर में कुछ प्रोग्राम हैं वो हो जाने के बाद वह अपने परिजनों को मना लेगी। मगर जब वो नहीं मानी तो आरोपियों ने उसकी हत्या कर दी।