चीन के कोरोना वायरस का असर सिर्फ पर्यटन पर ही नहीं बल्कि मोबाइल मार्केट पर भी देखने को मिल रहा है। दिल्ली और आगरा के थोक व्यापारी मोबाइल पार्ट्स को ऊंचे दामों पर फुटकर दुकानदारों को बेचने लगे हैं। चीन से आने वाली एसेसरीज महंगी हो गई हैं।
व्यापारियों का कहना है कि दिल्ली और आगरा के थोक व्यापारियों ने चीन से माल मंगवाना भी दो से तीन माह के लिए बंद कर दिया है। इस समस्या से फुटकार व्यापारी चिंतित हैं तो वहीं इस बढ़ी हुई महंगाई का बोझ सीधे जनता की जेबों पर पड़ता दिख रहा है। अंशिका कम्युनिकेशन टूंडला के प्रोपराइटर सन्नी जैन ने बताया कि वे दिल्ली और आगरा दोनों ही बड़े शहरों के थोक व्यापारियों से मोबाइल एवं रिपेयरिंग का सामान लेकर आते हैं। जब से चीन में कोरोना वायरस का प्रकोप बढ़ा है, तभी से इन दोनों बड़े शहरों के थोक व्यापारियों ने चीन से माल लेना दो से तीन माह को प्रतिबंधित कर दिया है।
अब थोक व्यापारियों के पास जो माल स्टॉक में रखा हुआ है। वह भी ऊंचे दामों पर ही फुटकर दुकानदारों को मुहैया हो रहा है। आगरा में भी कई ऐसे थोक व्यापारी हैं जो मोबाइल पार्ट्स से लेकर मोबाइल तक सीधे चीन से ही मंगवाते हैं। देखा जाए तो इस वायरस से आगरा मंडल के मोबाइल मार्केट को बड़ा झटका लगा है। करोड़ों रुपयों का मार्केट वायरस के डर से एकदम उछाल मार गया है। इसका सीधा असर जनता की जेबों पर पड़ रहा है। ऐसी स्थिति में मोबाइलों के छोटे दुकानदारों के सामने भी बड़ी समस्या आ रही है।
बढ़ गया इतना खर्चा
- वीवो मोबाइल फोल्डर - आठ दिन पहले 850 रुपये अब 1300 रुपये
- ओपो फोल्डर - आठ दिन पहले 850 रुपये अब 1250 रुपये
- सैमसंग फोल्डर - आठ दिन पहले 450 रुपये अब -1000 रुपये
- एमआई फोल्डर - आठ दिन पहले 600 रुपये -अब 1050 रुपये
- चार्जिंग प्लेट (पीसीबी) - आठ दिन पहले 180 रुपये -अब 250 रुपये
- स्पीकर - आठ दिन पहले 220 रुपये अब -300 रुपये