लोकजनशक्ति पार्टी (एलजेपी) के अध्यक्ष चिराग पासवान लोकसभा में विपक्ष पर जमकर गरजे. उन्होंने कहा कि नागरिकता संशोधन कानून (CAA) पर विपक्ष जनता को गुमराह कर रही है और 3 से 4 साल बाद इतिहास भी उन दलों और नेताओं को माफ नहीं करेगा जो विभाजनकारी राजनीति कर रहे हैं.
- चिराग पासवान बोले- CAA पर विपक्ष जनता को गुमराह कर रही
- एलजेपी सांसद पासवान को बदरुद्दीन अजमल से मिली नसीहत
- (चिराग पासवान का लोकसभा में विपक्ष पर निशाना - फाइल फोटो)
लोकसभा में राष्ट्रपति के अभिभाषण के धन्यवाद प्रस्ताव पर चर्चा के दौरान एलजेपी अध्यक्ष चिराग पासवान विपक्ष पर जमकर गरजे. उन्होंने कहा कि नागरिकता संशोधन कानून (CAA) पर विपक्ष जनता को गुमराह कर रही है और 3 से 4 साल बाद इतिहास भी उन दलों और नेताओं को माफ नहीं करेगा जो विभाजनकारी राजनीति कर रहे हैं. हालांकि बाद में उनको नसीहत भी मिली जो ऑल इंडिया यूनाइटेड डेमोक्रेटिक फ्रंट (एआईयूडीएफ) के प्रमुख बदरुद्दीन अजमल ने दी.
बदरुद्दीन अजमल ने कहा कि मैं चिराग पासवान को बधाई देता हूं. आज बड़ी अच्छी और जोरदार तकरीर की उन्होंने. लेकिन बेटा एक बात का ख्याल रखना हम भी यहां के बहुत पुराने हैं और रामविलास पासवान से पुराने संबंध रहे हैं. उनको हमने हमेशा मंत्रालय में जगह दी. ये उनकी अक्लमंदी है कि वो अपने कौम के लिए करना चाहते हैं. बदरुद्दीन अजमल ने कहा कि जितना भी विपक्ष पर हमला करो, लेकिन एक बुजुर्ग होने के नाते मेरी बात मानो. बीच का रास्ता लिया करो. ताकि कभी भी मौका मिले इधर आ जाओ. उधर जरूरत पड़े तो उधर चले जाओ. उनके इतना बोलते ही रामविलास पासवान और खुद चिराग पासवान अपनी हंसी नहीं रोक पाए.
चिराग पासवान ने क्या कहा - इससे पहले चिराग पासवान ने कहा कि धन्यवाद प्रस्ताव का हम समर्थन करते हैं. संसद में मौजूद सभी लोगों को सरकार के कामों का आकलन करने का हक है. लेकिन एक बात मैं कहना चाहूंगा कि अभिव्यक्ति की आजादी का मतलब देश विरोधी ताकतों की आवाज बनना नहीं हो सकता है. उन्होंने कहा कि हकीकत यह है कि 2014 में पहली बार जनता ने जाति-धर्म से उठकर विकास के एजेंडे को तरजीह दी और मोदी सरकार को चुना. 2019 में तो हम और मजबूत होकर आए. मतलब जो बातें हमने कहीं वो कहीं ना कहीं धरातल पर उतरीं. हम कम या ज्यादा पर बहस कर सकते हैं, लेकिन कोई यह कहे कि विकास नहीं हुआ तो ये कोई भी मानने को तैयार नहीं होगा. चिराग पासवान ने कहा कि सरकार के इस कार्यकाल में तमाम विवादित मुद्दों को सुलझाया गया. इस वजह से कहीं ना कहीं विपक्ष में बौखलाहट है, क्योंकि जितने विभाजनकारी मुद्दे थे उसका समाधान सरकार ने निकाल दिया. ऐसे में विपक्ष के पास कोई मुद्दा नहीं बचा तो उन्होंने सीएए का मुद्दा उठा दिया.
'विपक्ष को पता है कि सीएए से नागरिकता नहीं जाएगी' - विपक्षी सांसदों की ओर देखते हुए चिराग पासवान ने कहा कि संसद में इस वक्त जो भी बैठा है उसको पता है कि सीएए से नागरिकता नहीं जाएगी, लेकिन फिर भी भ्रम फैलाया जा रहा है. विपक्ष को पता है कि ये नागरिकता लेने का कानून नहीं है, लेकिन वे लोगों को गुमराह करने में लगे हैं. हिंदू और मुसलमान को बांटने के लिए ये लोग सीएए का विरोध कर रहे हैं.
उन्होंने कहा कि जो प्रदर्शन कर रहे हैं वो मासूम हैं, उनको बहकाया जा रहा है. विपक्ष देश को जला नहीं सकता. 3 से 4 साल में मालूम पड़ जाएगा किसकी नागरिकता गई, लेकिन उस वक्त जब ये मालूम पड़ेगा कि किसी की भी नागरिकता नहीं गई तो उस वक्त इतिहास उन राजनीतिक दलों और नेताओं को कभी नहीं माफ करेगा, जिन्होंने देश में आगजनी और अराजकता का माहौल बनाया.