विश्व के 168 देशों में फैल चुके कोरोना वायरस 'कोविड 19' का प्रकोप थमने का नाम नहीं ले रहा है और अब तक इस खतरनाक वायरस से 11,248 लोगों की मौत हो चुकी है जबकि करीब 2,69,482 लोग इससे संक्रमित हुए हैं। भारत में भी कोरोना वायरस का संक्रमण फैलता जा रहा है और अब तक इससे संक्रमितों की संख्या बढ़कर 258 हो गयी है। पंजाब के नवांशहर में एक व्यक्ति की मौत से देश में कोरोना वायरस के संक्रमण से कुल चार लोगों की मौत हो गयी है। कनार्टक, दिल्ली और महाराष्ट्र में एक-एक व्यक्ति की मौत हुई थी।
स्वास्थ्य मंत्रालय ने शनिवार को बताया कि देश में कोरोना के 258 मामलों की पुष्टि हो चुकी है जिनमें से 219 मरीज भारतीय हैं जबकि 39 विदेशी नागरिक हैं। कोरोना वायरस से संक्रमित 23 लोग उपचार के बाद स्वस्थ हो चुके हैं। कोरोना वायरस का कहर थमने का नाम नहीं ले रहा है और अब भी इससे सबसे सर्वाधिक प्रभावित चीन के लोग ही हैं हालांकि राहत की बात यह है कि वुहान में पिछले तीन दिन से कोई मामला सामने नहीं आया है। इस वायरस को लेकर तैयार की गयी एक रिपोर्ट के मुताबिक चीन में हुई मौत के 80 प्रतिशत मामले 60 वर्ष से अधिक आयु के लोगों के थे। चीन में 81,008 लोगों की कोरोना वायरस से संक्रमित होने की पुष्टि हुई है और करीब 3,255 लोगों की इस वायरस के चपेट में आने के बाद मौत हो गई है।
डब्ल्यूएचओ की रिपोर्ट के अनुसार चीन के बाद इटली में इस जानलेवा वायरस ने व्यापक स्तर पर अपने पैर पसार लिये हैं। इटली में कोरोना वायरस के कारण अब तक 4032 लोगों की मौत हो चुकी हैं जबकि 47,021 लोग इससे संक्रमित हुए हैं। विश्व के कुछ अन्य देशों में भी स्थिति बेहद गंभीर बनी हुई है। विश्व स्वास्थ्य संगठन (डब्ल्यूएचओ) के मुताबिक, पिछले 24 घंटों के दौरान चीन में कोरोना वायरस से सात और विश्व भर में 1008 लोगों की मौत हुई है। चीन में अब तक 3255 लोगों की इस वायरस के कारण मौत हुई है।
कोरोना वायरस से अब तक पश्चिमी प्रशांत क्षेत्र में 3405, यूरोपीय क्षेत्र में 4899, दक्षिण-पूर्वी एशियाई क्षेत्र में 31, पश्चिमी एशिया क्षेत्र में 1312, अमेरिका के नजदीक पड़ने वाले क्षेत्रों में 178 और अफ़्रीकी क्षेत्र में आठ लोगों की मौत हुई है। इसके अलावा यह वायरस विश्व के 180 से ज्यादा देशों में पैर पसार चुका है। चीन के अलावा कोरोना वायरस ने इटली, ईरान, स्पेन, अमेरिका और दक्षिण कोरिया समेत विश्व के कई और देशों को अपनी गिरफ्त में ले लिया है। इसके संक्रमण के आधे से अधिक मामले अब चीन के बाहर के हैं।