चीन में कारों की बिक्री फरवरी में 80% घटी, अब तक की सबसे बड़ी गिरावट

                                                         कोरोनावायरस का असर 



  • चीन दुनिया का सबसे बड़ा ऑटो मार्केट, कोरोनावायरस की वजह से बिक्री और प्रोडक्शन में कमी

  • इंडस्ट्री को उम्मीद- सरकार बिक्री बढ़ाने के लिए कार खरीद पर लगने वाले 10% टैक्स में छूट दे सकती है

  • चीन की ऑटो इंडस्ट्री को अगली तिमाही से हालात सुधरने की उम्मीद




      चीन में कारों की खुदरा (रिटेल) बिक्री फरवरी में 80% गिर गई। यह अब तक की सबसे बड़ी गिरावट है। कोरोनावायरस फैलने की वजह से चीन में कारोबार प्रभावित हुआ है। चीन की पैसेंजर कार एसोसिएशन (सीपीसीए) ने बुधवार को बिक्री के आंकड़े जारी किए। हालांकि, यह नहीं बताया कि कुल कितने वाहन बिके।


बीते 21 महीने में सिर्फ एक बार बिक्री बढ़ी - करीब दो साल से सुस्ती से जूझ रही चीन की ऑटो इंडस्ट्री की मुश्किलें कोरोनावायरस की वजह से और बढ़ गई हैं। जून 2018 से फरवरी 2020 तक के 21 महीनों में सिर्फ एक बार जुलाई 2019 में चीन में कारों की बिक्री बढ़ी थी। चीन दुनिया का सबसे बड़ा ऑटो मार्केट है। वहां ग्रोथ की संभावनाओं के देखते हुए पिछले 10 साल में कंपनियों ने अरबों डॉलर का निवेश किया है। लेकिन, कोरोनावायरस फैलने की वजह से फॉक्सवैगन एजी और इलेक्ट्रिक कार कंपनी टेस्ला से लेकर छोटी-छोटी कंपनियों तक को बिक्री में कमी से जूझना पड़ रहा है। प्रोडक्शन भी घट रहा है। सीपीसीए का कहना है कि फरवरी में कारों की होलसेल बिक्री में करीब 86% गिरावट आई है।


टोयोटा की बिक्री पिछले महीने 70% घटी - चीन के ऑटो सेक्टर में दूसरी बड़ी विदेशी कंपनी जनरल मोटर्स का कहना है कि इस साल की पहली तिमाही में ऑटो इंडस्ट्री को गंभीर चुनौतियों का सामना करना पड़ेगा। दूसरी तिमाही से हालात सुधरने के आसार हैं। कंपनी को उम्मीद है कि वाहन बिक्री में दूसरी छमाही से ग्रोथ लौटेगी। जापान की कार कंपनी टोयोटा ने पिछले महीने चीन में 23,800 कारें बेंचीं। यह संख्या फरवरी 2019 की तुलना में 70% कम है।