देश में कोरोना की जांच का लाइसेंस पाने वाली पहली निजी फर्म बनी रोशे डायग्नोस्टिक्स इंडिया

  • स्विस फर्म रोशे डायग्नोस्टिक्स इंडिया देश में कोरोना संक्रमण की जांच करने वाली पहली निजी फर्म

  • डीसीजीआई से इस फर्म को मिली कोरोना वायरस संक्रमण के जांच की मंजूरी

  • निजी डायग्नोस्टिक फर्म ‘बायोम्रीक्स’ को भी लाइसेंस देने पर विचार

  • देश में कोरोना वायरस के अब तक 149 मामले आए सामने



     कोरोना के बढ़ते संक्रमण पर लगाम के लिए स्वास्थ्य मंत्रालय की ओर से लगातार जरूरी दिशा-निर्देश जारी किए जा रहे हैं। इसमें निजी डायग्नोस्टिक सेंटर में भी खतरनाक वायरस की जांच करने की अनुमति देने की बात कही गई थी। इस बीच स्विस फर्म रोशे डायग्नोस्टिक्स इंडिया देश में कोरोना संक्रमण की जांच करने वाली पहली निजी फर्म बन गई है।

कोरोना की जांच करेगी ये निजी फर्म - ड्रग कंट्रोलर जनरल ऑफ इंडिया (डीसीजीआई) से कोरोना वायरस संक्रमण की जांच की मंजूरी मिलने के बाद स्विस फर्म रोशे डायग्नोस्टिक्स इंडिया देश में कोरोना संक्रमण की जांच करने वाली पहली प्राइवेट फर्म बन गई है। एक वरिष्ठ अधिकारी ने बताया, दवा नियामक (डीसीजीआई) फिलहाल एक और निजी डायग्नोस्टिक फर्म ‘बायोम्रीक्स’ को भी लाइसेंस देने पर विचार कर रहा है। इस फर्म ने कोरोना वायरस संक्रमण की जांच करने की अनुमति मांगी है।

इन भारतीय कंपनियों को भी मिल सकती है मंजूरी - अधिकारियों ने बताया कि दो भारतीय डायग्नोस्टिक कंपनियों... त्रिवित्रोन हेल्थकेयर और मायलैब डिस्कवरी सॉल्यूशंस ने उनके जरिए विकसित कोरोना वायरस संक्रमण जांच किट को मंजूरी देने का अनुरोध भी डीसीजीआई से किया है। केन्द्रीय स्वास्थ्य मंत्रालय ने कोविड-19 की जांच के इच्छुक निजी क्षेत्र के डायग्नोस्टिक केन्द्रों के लिए मंगलवार को दिशा-निर्देश जारी किए थे और उनसे यह जांच फ्री करने का अनुरोध किया था।


   अगर आपको खांसी, बुखार और सांस लेने में तकलीफ हो तो आपको डॉक्टर को दिखाना चाहिए। अगर डॉक्टर सलाह देते हैं तभी कोविड-19 के टेस्ट के लिए जाना चाहिए। इसके लिए कोरोना वायरस को लेकर 24 घंटे चल रही हेल्पलाइन सर्विस 011-23978046 पर फोन करके अपनी परेशानी बतानी होगी। अपने राज्य के हेल्पलाइन नंबर पर भी फोन कर सकते हैं.