Coronavirus संक्रमण रोकने के लिए देश में लॉकडाउन करने के सकारात्मक परिणाम सामने आए हैं
स्वास्थ्य मंत्रालय के ज्वाइंट सेक्रेटरी लव अग्रवाल का दावा है कि कोरोना वायरस संक्रमण को रोकने के लिए देश में किए गए लॉकडाउन के कुछ हद तक पॉजिटिव रिजल्ट मिल रहे हैं. विकसित देशों में जो तेज़ी से आंकड़ा बढ़ा, वैसा हमारे यहां नहीं है. सौ से 1000 केस तक जाने में हमारे देश में 12 दिन लगे. जबकि विकसित देशों में इतने ही दिनों में 3500, 5000, 8000 केस आए हैं.
अग्रवाल ने कहा कि कोरोना वायरस संक्रमण रोकने के लिए समाज के हर व्यक्ति का सहयोग चाहिए. अगर एक भी व्यक्ति छूटता है, सहयोग नहीं करता है तो जीरो पर आ जाएंगे. गाइड लाइन पर 100 प्रतिशत अमल हो. यदि 99 फीसदी हुआ तो सब बेकार हो जाएगा. सौ फीसदी एफर्ट की ज़रूरत है.
उन्होंने कहा कि 10 empowered ग्रुप बनाए गए हैं. एम्स और nimhans की तरफ से ट्रेनिंग दी जा रही है. जो बुजुर्ग हैं..और जिन्हें कोई बीमारी है...वे ज़्यादा खतरे में हैं. इस वायरस के लिए टेस्टिंग फैसिलिटी, डेडिकेटेड covid हॉस्पिटल बनाने की हमारी प्राथमिकता है. 38442 टेस्ट हुए हैं. 115 आईसीएमआर की लैब टेस्ट कर रही हैं. 47 प्राइवेट लैब में 1334 लोगों के टेस्ट हुए हैं.