COVID-19 से निपटने को दिल्ली की डॉ. राधिका बत्रा सहित इन 4 लोगों ने जीती ग्लोबल फंडिंग

     भारत, केन्या और नाइजीरिया में कोरोना वायरस से निपटने के लिए निजी सुरक्षा उपकरणों (PPE) के निर्माण में लगीं दिल्ली की एक डॉक्टर राधिका बत्रा (Radhika Batra) उन पांच लोगों में से एक हैं जिन्हें 'वन यंग वर्ल्ड' (One Young World) नामक ग्लोबल फोरम ऑफ यंग लीडर्स की ओर से आर्थिक मदद प्रदान की गई है।  


   फंड आयोजकों ने बताया कि डॉ. राधिका बत्रा ने 'एवरी इन्फैंट मैटर्स' (Every Infant Matters) नाम से एक एनजीओ की स्थापना की है, जो इस महामारी से निपटने के लिए अपने सहयोगियों के नेटवर्क का लाभ उठा रहा है ताकि भारत और केन्या के लोगों को इस बीमारी से बचाने के लिए संसाधन मुहैया कराए जा सकें।



     भारत में यह एनजीओ कोरोना वायरस से फ्रंट फुट पर लड़ाई लड़ रहे कर्मियों जिनमें डॉक्टर, नर्स और अस्पताल के कर्मचारी, हाउसकीपिंग और सैनिटरी स्टाफ, एम्बुलेंस ड्राइवर, और सुरक्षा गार्ड शामिल हैं उन्हें सुरक्षा उपकरण (जैसे हैंड सैनिटाइजर, फेस शील्ड, गलव्स, एन -95 मास्क) प्रदान करता है। 


     प्रत्येक परियोजना के लिए £ 5,000 और £ 10,000 पाउंड के बीच रकम आवंटित की जाती है जो इस बात पर निर्भर करती है कि वे यह सुनिश्चित कर सकें कि वे अपनी सेवाओं को पूरा करने में सक्षम हैं। आयोजकों ने कहा कि वर्तमान में यह रकम £ 175,000 पाउंड है। डॉ. राधिका बत्रा के अलावा जिन चार लोगों ने ग्लोबल फंडिंग जीती है उनमें- रिनेश शर्मा (फिजी), हेदी क्वाह (मलेशिया), अचलेके क्रिश्चियन (कैमरून) और जोलीऑन लेयर्ड हॉर्सफॉल (यूके) शामिल हैं।