राज्यसभा चुनाव से पहले राजस्थान की राजनीति में आरोप-प्रत्यारोप जारी है। मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने आज सीधे तौर पर भारतीय जनता पार्टी (BJP) पर विधायकों के खरीद-फरोख्त के आरोप लगा दिए। इसके बाद राजस्थान बीजेपी के अध्यक्ष सतीश पुनिया ने पलटवार किया है। उन्होंने कहा कि बीते कुछ समय से देख रहा हूं मुख्यमंत्री अनर्गल बातें करते रहते हैं। उन्होंने कहा कि बीते कुछ समय के राजस्थान में सियासी ड्रामा जारी है और इसमें खुद सीएम लगे हुए हैं। जो आदमी एक जिम्मेदार पद पर बैठा है वह अनर्गल बातें कर रहा है।
राजस्थान बीजेपी के अध्यक्ष ने कहा, 'बीते कुछ समय से मैं देख रहा हूं कि जैसे दिमागी तौर पर कोई व्यक्तिगत असंतूलित हो जाता है, वह वैसे ही बोल रहे हैं। जो मन में आए वह बोल रहे हैं। उनके बयानों से एक बैखलाहट, निराशा और हताशा साफ झलकती है।' सतीश पूनिया ने कहा कि कांग्रेस का कोई भी विधायक हमारे संपर्क में नहीं है, जो भाजपा के साथ जुड़ना चाहता है, जो पीएम मोदी की नीतियों में विश्वास रखता है, जो कांग्रेस की नाकारा सरकार को लात मारना चाहता है, हम उसका स्वागत करते हैं।
इससे पहले राजस्थान के मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने शुक्रवार को कहा कि राजस्थान से राज्यसभा की सीट पर कांग्रेस के दोनों प्रत्याशी जीतेंगे और इसमें किसी को भ्रम नहीं होना चाहिए। इसके साथ ही उन्होंने बीजेपी और उसके आलाकमान पर आरोप लगाया कि राजस्थान में सरकार तोड़ने के लिए षड्यंत्र किया जा रहा है।
राजस्थान में राज्यसभा की तीन सीटों के लिये 19 जून को चुनाव होगा जिसके लिये कांग्रेस ने के सी वेणुगोपाल ओर नीरज डांगी को प्रत्याशी के रूप में चुनाव मैदान में उतारा है। वहीं भाजपा ने शुरूआत में राजेन्द्र गहलोत को अपना प्रत्याशी बनाया था लेकिन पार्टी ने नामांकन के अंतिम दिन ओंकार सिंह लखावत को दूसरे प्रत्याशी के रूप में मैदान में उतार कर सबको चौंका दिया था।