लद्दाख सीमा पर भारत और चीन के बीच बढ़ते तनाव का असर व्यापार पर दिखने लगा है. एमएमआरडीए ने मोनोरेल रेक्स के लिए नीलामी की प्रक्रिया रद्द कर दी है. चीन की दो कंपनियों ने इस प्रोजेक्ट के लिए बोली लगाई थी. एमएमआरडीए के मुताबिक चीनी मैन्युफैक्चरर्स सीएसआर अपलोड करने के बाद भी नियम-शर्तों और पात्रता मानदंडों में संशोधन के लिए लगातार कह रहे थे. लद्दाख तनाव के बीच भारत सरकार चीन से आने वाले माल पर कस्टम ड्यूटी बढ़ाने पर विचार कर रही है. इसे लेकर कॉमर्स मंत्रालय, वित्त मंत्री के साथ संपर्क में बना हुआ है. भारत की सख्ती का असर चीनी कंपनियों पर पड़ने लगा है.
इससे पहले चीनी समाचार पत्र ग्लोबल टाइम्स ने कहा था कि कि दोनों सरकारों ने कुछ हद तक सरहद पर तनाव कम करने की कोशिश की है और चीन चाहता है कि आर्थिक और व्यापार सहयोग बना रहे, लेकिन भारत में चीन विरोधी भावना बढ़ने से संभावित जोखिमों के बारे में चीनी व्यवसायों को सलाह दी जानी चाहिए.
कस्टम ड्यूटी बढ़ाने पर हो रहा विचार - चीन से आयात होने वाले सामानों पर सरकार कस्टम ड्यूटी बढ़ा सकती है. हालांकि, अभी कोई फैसला नहीं लिया गया है. गैर-जरुरी सामानों के आयात में कटौती की कोशिश है. फिलहाल वाणिज्य मंत्रालय इसे लेकर वित्त मंत्रालय से चर्चा कर रहा है. भारत के कुल आयात का लगभग 14 प्रतिशत चीन से आता है. अप्रैल 2019-फरवरी 2020 के बीच, भारत ने 62.4 बिलियन डालर का सामान आयात किया है, जबकि पड़ोसी देश में निर्यात 15.5 बिलियन डालर था. ऐसे में अब भारत की ओर बरती गई सख्ती का असर चीनी कंपनियों पर पड़नी तय है.