भाजपा के राज्यसभा सदस्य ज्योतिरादित्य सिंधिया ने कोरोना वायरस के प्रसार को रोकने के लिए प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी द्वारा देश में लॉकडाउन लगाने के निर्णय को साहसपूर्ण कदम बताते हुए शुक्रवार को कहा कि एक दल ने सत्ता को कायम रखने के लिए देश में आपातकाल लगाया था जबकि दूसरे ने लोगों की जान बचाने के लिए लॉकडाउन लगाया।
मध्यप्रदेश में मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान के नेतृत्व वाली भाजपा सरकार के 100 दिन पूरे होने पर प्रदेश भाजपा कार्यालय में शुक्रवार को डिजिटल रैली को सम्बोधित करते हुए सिंधिया ने कहा, 'एक दल ने सत्ता को कायम रखने के लिये देश में आपातकाल कायम किया और दूसरे ने लोगों की जान बचाने के लिये लॉकडाउन का निवेदन किया और लोगों ने अपने प्रधानसेवक की अपील को शिरोधार्य कर स्वीकार किया।'
मार्च में ही कांग्रेस छोड़ भाजपा में शामिल हुए पूर्व केन्द्रीय मंत्री ने कहा, 'मैंने कांग्रेस में रहकर भी सदैव सत्य का साथ दिया और हमेशा आपातकाल का विरोध किया है। क्योंकि जो सही है वह सही है और जो गलत है वो गलत है।' सिंधिया ने कहा, 'कई लोग पूछ रहे हैं कि लॉकडाउन से क्या हुआ। मैं उन लोगों को उत्तर देना चाहता हूं कि अगर मेरे प्रधानमंत्री ने देश में लॉकडाउन का आह्वान नहीं किया होता तो इस देश में भी दूसरे देशों की तरह मौतों की संख्या काफी अधिक होती। इस देश में उन्होंने (नरेंद्र मोदी) हजारों, लाखों लोगों की जान बचाई है, लॉकडाउन आरंभ करके।'
सिंधिया ने कहा कि किसी ने कल्पना नहीं की थी कि इस महामारी के प्रकोप की क्या स्थिति पूरे विश्व में उत्पन्न होगी। प्रधानमंत्री मोदी ने दूरदर्शिता और संकल्प के साथ सही निर्णय लेने का साहस भी दिखाया। विश्व के कई देश कंपकपा रहे थे कि इस महामारी का सामना कैसे किया जाये तब प्रधानमंत्री मोदी ने देश की जनता से लॉकडाउन का निवेदन किया।