पाकिस्तानी सीमा में बने लॉन्चिंग पैड्स पर आतंकियों में हो रही है मारपीट, खौफ में है आईएसआई

     जम्मू-कश्मीर में छिपे आतंकियों के ठिकानों पर भारतीय सुरक्षा बलों की लगातार कार्रवाई से पाकिस्तान बौखला गया है। घुसपैठ का मौका न मिलने की वजह से पाकिस्तानी सीमा के भीतर बने लॉन्चिंग पैड पर आतंकियों का जमावड़ा लगातार बढ़ता जा रहा है। केंद्रीय सुरक्षा एजेंसी में जम्मू-कश्मीर डेस्क का कामकाज देख रहे एक अधिकारी का कहना है कि पाकिस्तानी कब्जे वाले कश्मीर में दर्जनभर लॉन्चिंग पैड पर चार सौ से अधिक प्रशिक्षित आतंकवादी घुसपैठ का इंतजार कर रहे हैं।


(File Photo -  भारतीय सुरक्षा बल)
     अगर पिछले तीन-चार महीनों की बात करें, तो सीमा पार से आने वाले आतंकियों की संख्या बहुत कम है। गत सप्ताह पीओके स्थित तीन लॉन्चिंग पैड और खैबर पख्तूनख्वा के एक पैड पर आतंकियों के साथ जमकर मार-पिटाई हुई है।
यहां पर करीब 300 आतंकी ऐसे हैं, जो पांच महीने पहले आए थे, लेकिन उन्हें अभी तक घुसपैठ का मौका नहीं मिल सका।


     आईएसआई और विभिन्न आतंकी तंजीमों के बीच इस मसले पर आपसी तकरार होने की बात भी सामने आ रही है। सूत्रों के अनुसार, पाकिस्तान में लश्कर-ए-तैयबा के आतंकियों की संख्या सबसे ज्यादा है। ये कहा जा सकता है कि सभी लॉन्चिंग पैड पर मौजूद आतंकियों का हिसाब लगाएं, तो उनमें से आधे आतंकी लश्कर के हैं।


आईएसआई का धैर्य जवाब दे गया - पाकिस्तान में बने लॉन्चिंग पैड्स पर जैसे-जैसे आतंकियों की संख्या बढ़ती जा रही है, वैसे ही आईएसआई का धैर्य भी जवाब देता जा रहा है। बीते दिनों लॉन्चिंग पैड पर जो मारपीट की घटना हुई है, उससे एक बड़ा संदेश मिल रहा है।


     पहला, आतंकियों को लंबे समय तक खाली बैठाकर खिलाने की गुंजाइश पाकिस्तान की नहीं है। दूसरा, पाकिस्तानी आईएसआई को सदैव यह डर लगा रहता है कि भारत की ओर से लॉन्चिंग पैड पर कोई सर्जिकल स्ट्राइक न हो जाए। आतंकियों का रोजाना का खर्च भी बढ़ता जा रहा है। खाने-पीने से लेकर पीओके और खैबर पख्तूनख्वा में आतंकियों को बुरी तरह मारा गया। कई दिनों तक उन्हें खाना नहीं मिला।