घबराओ मत मैं ठीक हूं, यह मामूली सा जख्म है

       घबराओ मत मैं ठीक हूं, यह मामूली सा जख्म है, मेरी तरफ नहीं आतंकी की तरफ देखो, इलाज तो बाद में भी हो जाएगा, श्रीनगर के बटमालू में वीरवार को आतंकियों के साथ मुठभेड़ में सीने और पेट में दो गोली लगने के बाद सीने से और पेट से लहू के धार निकलते हुए भी, सीआरपीएफ के डिप्टी कमांडेंट राहुल माथुर मैं अपने साथियों का मनोबल बढ़ाते हुए कहा.



      खुद  दो आतंकवादियों को ढेर करने के बाद मुठभेड़ वाले जगह से महिलाएं और बच्चों को सुरक्षित निकालने के बाद मूर्छित होकर गिर गए. उनकी आंखें उसके बाद सीधे आर्मी हॉस्पिटल में खुली। मुठभेड़ में कुल 3 आतंकी मारे गऐ.  सीआरपीएफ के कमांडेड राहुल माथुर ने कुछ दिनों पहले पंथा चौक में सीआरपीएफ के नाके पर हमला करके भाग रहे लश्कर के तीन आतंकियों को मारने में अहम भूमिका निभाई थी. धन्य है हमारे ऐसे मां भारती के राहुल माथुर जैसे वीर सपूतों को - जय हिन्द, जय भारत।