जयपुर के इतिहास में शायद पहली बार इस नवरात्री पर आमेर महल स्थित शिला माता मंदिर भक्तों के लिए बंद रहेगा। मंदिर ट्रस्ट ने कोरोना महामारी के बढ़ते प्रकोप को देखते हुए 31 अक्टूबर तक मंदिर को भक्तों के लिए बंद रखने का निर्णय लिया है. शक्ति स्वरूपा देवी की आराधना का पर्व शारदीय नवरात्र आश्विन शुक्ल प्रतिपदा 17 अक्टूबर 20, शनिवार से शुरू हो रहा है। शिला माता मंदिर के पुजारी बनवारी लाल शर्मा ने बताया, पहली बार ऐसा मौका होगा, जब भक्त माता के साक्षात दर्शन नहीं कर पाएंगे।
16 शताब्दी में शिला माता मंदिर का निर्माण जयपुर राज परिवार के राजा मानसिंह प्रथम ने करवाया था। माता की प्रतिमा पूर्वी बंगाल के जेसोर से लाई गई थी। चमकीले काले पत्थर से निर्मित इस अष्टभुजा प्रतिमा के मस्तक के ऊपर बाएं से दाएं क्रमशः गणेश, ब्रह्मा, शिव, विष्णु और सरस्वती की छोटे आकार की मूर्तियां उत्कीर्ण हैं। मंदिर का मुख्य द्वार चांदी का है।
नवरात्रि पर शिला माता मंदिर में विशेष पूजा होती है। इस बार शिला माता मंदिर में घट स्थापना प्रतिपदा तिथि 17 अक्टूबर को सुबह 7:05 पर होगी लेकिन 22 अक्टूबर को छठ का मेला नहीं भरेगा। 23 अक्टूबर को निशा पूजन रात्रि 10:00 बजे होगी। 24 अक्टूबर को शाम 4:30 बजे पूर्णाहुति होगी। 26 अक्टूबर को सुबह 10:30 बजे नवरात्र स्थापना होगी, लेकिन पुजारी ही मंदिर में पूजा अर्चना करेंगे।