अपने बच्चे-बच्चियों को समझाएं और जल्दी विवाह करें

From - P.C. Bhandari (Advocate)


     मेरा सभी भाई बहनों से निवेदन है कि आप स्वयं भी समझें और अपने बच्चे बच्चियों को भी समझाएं कि शादी करने में देरी नहीं करें. 30-32 साल की लड़कियां होगई हैं और शादियां नहीं हो रही हैं. इसी प्रकार लडके भी बडी उम्र के हो रहे हैं। नखरे छोड़कर समझोता करें, चाहे कितना ही अच्छा लड़का हो या लड़की हो, वैवाहिक जीवन में समझौता तो करना ही पड़ता है.



     ज्यादा मीनमेख ना निकालें. सबसे पहले अच्छा खानदान देखें और फिर लड़के-लड़की का स्वभाव देखें फिर आमदनी देखें. आमदनी को ज्यादा महत्व ना दें और शादी कर दें. बच्चे बच्चियों को समझाएं कि वैवाहिक संबंधों को निभाएं और दोनों के माता-पिता बच्चों के वैवाहिक जीवन में ज्यादा दख़ल नहीं दें. मेरा अनुभव कहता है उनका जीवन अच्छा गुजरेगा।


     वैवाहिक जीवन में शारिरिक सुख 50-55 वर्ष तक रहता है. इसलिए मेरा आप सभी से निवेदन है कि बच्चे बच्चियों को  समझाएं और जल्दी विवाह करें। वैवाहिक सुख का एक-एक दिन कम होता जा रहा है और पैसा कोई काम नहीं आएगा। बच्चियों से मेरा निवेदन है कि वे अपने समाज में ही विवाह करें। मेरा अनुभव है कि जिन लड़कियों ने विजातीय विवाह किए हैं उनमें से 90% असफल रहे हैं और 10% मजबूरी के कारण चल रहे हैं.


     मैं पारिवारिक न्यायालय बार एसोसिएशन का संयोजक हूं और सैंकड़ों मुकदमे लड़े हैं. इस अनुभव के आधार पर मैने उपरोक्त सलाह दी है। जिन लड़कियों की शादी 22-25 वर्ष के मध्य हुई है वे ज्यादा सफल हैं।